नई दिल्ली (New Delhi)। शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप(Shapoorji Pallonji Group) ने ओडिशा के गोपालपुर पोर्ट(Gopalpur Port) में अपनी 56% हिस्सेदारी अडानी पोर्ट्स (Adani Ports)को 3,350 करोड़ रुपये में बेचने पर सहमति व्यक्त (agreed with)की है, जिसमें से इक्विटी कंसिडरेशन 1,300 करोड़ रुपये है। शापूर मिस्त्री के नेतृत्व में इस कंस्ट्रक्शन-टू-रियल एस्टेट ग्रुप ने महाराष्ट्र के धरमतर पोर्ट में अपनी 50% हिस्सेदारी JSW इंफ्रास्ट्रक्चर को बेच दी थी। यह सौदा दिसंबर 2023 में हुआ था।
कंपनी ने क्यों बेचा पोर्ट
अडानी के साथ इस डील सौदे के बाद अब एसपी के पास गुजरात के छारा में एक निर्माणाधीन बंदरगाह रह जाएगा। गोपालपुर में शेयर बेचना कंपनी के 20,000 करोड़ रुपये के कर्ज को कम करने के लिए गैर-प्रमुख संपत्तियों को बेचने की रणनीति का हिस्सा है। पिछले कुछ साल में एसपी ग्रुप ने अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए 11,000 करोड़ रुपये की संपत्ति बेची है।
कंपनी का अगला कदम आईपीओ के जरिए इंजीनियरिंग प्रमुख एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर में अपने शेयर्स का एक हिस्सा बेचने का है। एफकॉन्स को एसपी ने आईसीआईसीआई बैंक से हासिल किया था और इसकी कीमत आज 2 अरब डॉलर (16,685 करोड़ रुपये) से अधिक है। यह हाल के महीनों में खुद को आईपीओ के लिए तैयार कर रही है।
एसपी ने ओमान के सुल्तान के महल और अटल सुरंग का निर्माण किया है। इसने 2017 में मेटल कारोबारी सारा इंटरनेशनल और उड़ीसा स्टीवडोर्स के उद्यमी महिमानंद मिश्रा से गोपालपुर बंदरगाह का अधिग्रहण किया था।
अडानी पोर्ट्स की नजर अब इस देश में एंट्री पर
एक सूत्र ने कहा, भारत, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और इजराइल में मौजूदगी वाला दुनिया का सबसे बड़ा निजी बंदरगाह नेटवर्क अडानी पोर्ट्स अब अफ्रीका में एंट्री करना चाहता है। वर्तमान में बंदरगाह सालाना 12-15 मिलियन टन कार्गो संभालता है। बंदरगाह में शेष 44% हिस्सेदारी उड़ीसा स्टीवडोर्स के पास है।
क्रेडिट रेटर केयर एज के अनुसार, 14 फरवरी, 2023 तक बंदरगाह पर 1,432 करोड़ रुपये की बैंक सुविधाएं थीं। इस सौदे से अडानी पोर्ट्स को अपना विस्तार करने में मदद मिलेगी। अडानी ने पुडुचेरी में कराईकल बंदरगाह की खरीद भी पूरी कर ली और एन्नोर टर्मिनल में 49% हिस्सेदारी स्विट्जरलैंड की मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी को बेच दी थी।
कौन खरीद रहा एपी की संपत्तियां
एसपी द्वारा बेची गई अधिकांश संपत्तियां एडवेंट (यूरेका फोर्ब्स द्वारा खरीदी गई) एक्टिस (बांग्लादेश में थर्मल पावर प्रोजेक्ट), नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (जम्मू उधमपुर राजमार्ग) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (स्टर्लिंग और विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी) द्वारा खरीदी गई हैं। .
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