भोपाल। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना (Agneepath scheme of central government) के तहत सेवा खत्म होने के बाद अग्निवीर जवानों का क्या होगा? अगर आपके दिमाग में भी यही सवाल उठ रहा है तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने इसका जवाब दे दिया है। उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police) में अग्निवीर जवानों को भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारतीय सेना (Indian Army) भारत का गौरव और देशवासियों का अभिमान है। सेना के जवान हमारे हीरो, रोल मॉडल हैं। युवाओं को भारतीय सेना से जोड़ने, देश की सीमा की सुरक्षा करने और भारत माता की रक्षा करने के लिए आज अग्निपथ योजना प्रारंभ करने की घोषणा की गई है। सेना से जवानों को जोड़ने की ये अद्भुत योजना है। इस योजना के लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को हृदय से धन्यवाद देता हूं।
चौहान ने कहा कि मैं रक्षा मंत्री को बधाई देता हूं, इस सेवा के माध्यम से ना केवल हम भारत माता की सीमाओं की रक्षा करेंगे बल्कि 45 हजार नौजवानों को देश की सेवा के अवसर के साथ-साथ, रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि मैं युवाओं को आह्वान करता हूं कि वे इस सेवा के अंतर्गत, भर्ती के लिए आगे आए, परीक्षा दें, सफल होकर देश के सीमा की सुरक्षा करें। अपने जीवन को सफल और सार्थक करें। चार साल के बाद ऐसे जवान जो अग्निपथ योजना के अंतर्गत सेना में भर्ती होंगे, जिन्हें अग्निवीर कहा जाएगा, उन्हें हम मध्य प्रदेश की पुलिस भर्ती परीक्षा में प्राथमिकता देंगे।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को सेना भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ लॉन्च की। अब सेना में युवाओं को चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा। यह भर्ती साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल की उम्र तक के युवाओं की होगी। चार साल के अंत में 75 फीसदी सैनिकों को ड्यूटी से मुक्त कर दिया जाएगा। अधिकतम 25 फीसदी इच्छुक जवानों को सेना में आगे भी सेवा देने का मौका मिलेगा। यह तब होगा जब रिक्तियां होंगी। जिन जवानों को सेवा से मुक्त किया जाएगा, उन्हें सशस्त्र बल व अन्य सरकारी नौकरियों में वरीयता मिलेगी।
नए नियम (New Rules) के मुताबिक भर्ती होने वाले युवाओं को 10 हफ्ते से लेकर छह महीने की ट्रनिंग दी जाएगी। इसके लिए 10वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र आवेदन कर सकेंगे। 10वीं पास जवानों को सेवाकाल के दौरान 12वीं भी कराई जाएगी। इन नौजवानों को अग्निवीर कहा जाएगा। अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है तो उसे सेवा निधि समेत एक करोड़ रुपये से अधिक राशि ब्याज समेत दी जाएगी। इसके अलावा बची हुई नौकरी का वेतन भी दिया जाएगा। कोई जवान ड्यूटी के दौरान डिसेबिल यानी दिव्यांग हो जाता है तो उसे 44 लाख रुपये तक की राशि दी जाएगी और बची हुई नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा, जो 11.71 लाख रुपये होगा। येाजना की शुरुआत 90 दिन बाद हो जाएगी। इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी।
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