पत्नियों की ट्रेनिंग शुरू…
वार्ड आरक्षण में खुली लाटरियों ने पुरुषों को दोहरी मुसीबत में डाल दिया है… पुरुष वार्ड हटने से जहां नेताजी पार्षद बनते-बनते रह गए… वहीं पत्नियों के टिकट की जुगाड़ और उनकी ट्रेनिंग का सिरदर्द कई नेताओं के माथे पर चढऩे लगा है… कुछ नेता तो अपने इलाके बदलने में लग गए हैं, वहीं कुछ सुबह नींद से जागते ही पत्नियों में नेतागीरी की काबिलियत ढूंढने लगे हैं… सुबह-सुबह नेताजी को चाय पिलाने वाली पत्नियों को अब सबसे पहले अखबार पढऩे की हिदायत पतियों द्वारा दी जाने लगी… इसके अलावा इलाके के नेताओं और कार्यकर्ताओं की सूची थमाकर उसे घोटने के काम पर नेताओं ने लगा दिया है… शहर की दोनों ही पार्टियों के प्रमुखों ने भी महिला वार्डों में संभावित नेत्रियों की खोज शुरू कर दी है…अब मुश्किल यह है कि शहर में महिला वार्ड तो 42 घोषित हो गए हैं…लेकिन आलम यह है कि कई वार्डों में ढूंढते हुए भी महिलाएं नहीं मिल रही हैं और जो मिल भी रही हैं पार्षद बन भी गईं तो उनके पति दलाली करते नजर आएंगे और पार्षद पति बनकर निगम चलाएंगे… खैर! अब देखना यह है कि टिकट वितरण तक कौन सा पति अपनी पत्नी को चुनाव के लिए मुकम्मल ट्रेनिंग देकर नेता बनाता है…
जीतू जमीन पर या आराम की जमीन…
जिन लोगों ने जीतू का जमीन पर बैठा फोटो देखकर इसे जीतू की फजीहत समझा, दरअसल वो मुगालते में हैं… दरअसल जेल विभाग ने खुद यह तस्वीर खिंचवाकर मीडिया को दी, ताकि जेल में जीतू सोनी को फाइव स्टार सुविधाओं का इल्जाम उन पर न लगे…वरना जिस जेल के फोटो कोई खींच नहीं सकता है, वहां की तस्वीर कैसे बाहर आ गई और आने के बाद उस पर न कोई सवाल उठा और न ही कार्रवाई हुई… कारण साफ है, जीतू को जमीन पर नहीं बैठाया गया, बल्कि उसके आराम के लिए जमीन तैयार की गई… दरअसल जीतू सोनी को पुलिस बाकायदा पैकेज डील में लाई है, जिसमें फटाफट रिमांड से लेकर जेल में आराम और धड़ाधड़ जमानत से लेकर आसान चालान शामिल हैं…और यह सब क्यों है यह तो शहर जानता ही होगा।
अपराध की आंच से बचाती क्राइम ब्रांच
इंदौर की क्राइम ब्रांच के सर्वेसर्वा राजेश दंडोतिया इन दिनों बेहद सक्रिय होकर हर दिन लोगों को अपराधों से बचने के पाठ पढ़ाते रहते हैं… कभी वे साइबर क्राइम के लिए सचेत करते हैैं तो कभी शादी का झांसा देकर ठगी करने वालो लोगों से सचेत करते हैं तो कभी एटीएम कार्ड की क्लोनिंग से होने वाले अपराधों से लोगों को बचने की सलाह देते हैं…भगौड़े अपराधियों को पकड़कर सींखचों में कैद कर ख्याति हासिल कर चुके राजेश बाबू चाहते हैं कि लोग अपराध से पहले सचेत होकर अपराधियों से बच सकें, लेकिन हकीकत यह है कि वो जितनी ट्रिक बचने की बताते हैं उससे अगली ट्रिक अपराधी खोज लेते हैं… अब क्रिमिनल और क्राइम ब्रांच की रस्साकशी है…कौन और ठगा जाएगा और कौन बचा पाएगा…
बहकती मॉडल और अश्लीलता का सौदा
पुलिस इन दिनों ऐसे गिरोह की मरम्मत में लगी है जो मॉडलों की खूबसूरती को अश्लीलता के बाजार में परोसकर पैसा कमाने का धंधा करते थे… इन बेहया लोगों ने कई युवतियों को शोहरत का ऊंचा आसमान दिखाकर इतना नीचे गिरा दिया कि जब उन्होंने खुद अपनी तस्वीरें देखीं तो शर्म से पानी-पानी हो गईं… इन मॉडलों ने उन सौदागरों के लाख हाथ-पैर जोड़े, पर जब कोई असर नहीं हुआ तो पुलिस की शरण लेकर पूरे गिरोह को नंगा कर दिया…अब पुलिस इस गिरोह के कपड़े तो उतार रही है, लेकिन अंदर की बात यह है कि इनमें से कई युवतियां तो खुद नंगाई पर उतारू थीं…झगड़ा तब बढ़ा जब इन सौदागरों ने कमाई के हिस्सापाती में झगड़ा डाल दिया और जब इन युवतियों को पैसे नहीं मिले तो उन्होंने पुलिस से सौदागरों का थर्ड डिग्री इलाज करा डाला… अब सौदागर पुलिस के साथ हिस्सापाती में लगे हैं… ताकि शालीनता के साथ अश्लीलता का सौदा मुकाम पर पहुंच जाए…
मुख्यमंत्री खामोश… हर नेता में जोश
पहले इंदौर में नेता चुप रहते थे और शहर के फैसले खुद मुख्यमंत्री करते थे… यहां तक कि भाजपा के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय और सुमित्रा महाजन भी कई मामलों में खुद को असहाय महसूस करते थे, लेकिन इस बार सरकार की लंगड़ाई पारी में मुख्यमंत्री खामोश हैं और शहर के हर नेता में भारी जोश है… सांसद शंकर लालवानी ने अगुआई का मोर्चा संभाला तो मोघेजी ने तेवर दिखाकर अपना परिचय पत्र प्रशासन को थमाया… बस इसके बाद तो जिसे मौका मिला उसने प्रशासन पर पैंतरा आजमाया… फिर वो गौरव रणदिवे हों या महेन्द्र हार्डिया… इस बहती गंगा में विधायक संजय शुक्ला ने भी हाथ धोते हुए कलेक्टर परिसर में विरोध की जाजम बिछाकर शहर खोलने की मिली छूट को अपने नाम करवा लिया… इस सारी नेतागीरी में कलेक्टर ने भी अपने आप को पर्दानशी कर लिया… अब कोरोना आतंक मचाए तो नेता आतंकवादी कहलाएं…
और अंत में…
पूरे शहर में सूखा है… लेकिन मौसम विभाग ने शहर में करीब 13 इंच पानी बरसा दिया… अब लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि मौसम विभाग ने किस बर्तन में बारिश का यह पानी इकट्ठा किया है…
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