- पूरे देश में इस आयोजन के रद्द होने की सूचना प्रसारित की जाए
भोपाल। यदि मप्र सरकार सीहोर में कोई बहुत बड़ा हादसा टालना चाहती है तो सीहोर के कुबेरेश्वर धाम पर कथा व रूद्राक्ष वितरण के आयोजन की अनुमति तत्काल रद्द की जाए। जिस सोशल मीडिया के जरिये इस आयोजन के आमंत्रण भेजे गये थे, उन्हीं माध्यम से आयोजन के रद्द होने की सूचना प्रसारित की जाए।
बीते दो दिन से सीहोर इंदौर हाईवे पर विकट जाम लगा हुआ है। उम्मीद से तीन गुना लोग कुबेरेश्वर धाम पहुंच गये हैं। सीहोर प्रशासन क्राउड कंट्रोल में फेल हो चुका है। भीड़तंत्र के चलते कल एक महिला की मौत हुई लेकिन आयोजन समिति के मुखिया, कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को कोई अफसोस नहीं है। वे मौत को जायज ठहराते हुए कथा बांच रहे हैं।
पूरे आयोजन स्थल पर अव्यवस्था का आलम है। पानी की बोतल 40 की और एक समोसा 25 रुपये में बिक रहा है। लोग भूखे प्यासे हैं। शौच की पर्याप्त व्यवस्था न होने से लोग खुले में गंदगी कर रहे हैं। इससे संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है। रूद्राक्ष को भगवान शिव का अंश माना जाता है। कल इसकी छीना झपटी मची थी। लोग यहां धर्म ध्यान करने नहीं मंत्रोचारित रूद्राक्ष लेने आए हैं। क्योंकि पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने दावा किया है कि इस रूद्राक्ष को पानी में डाले और उस पानी को पीने से सभी बीमारियां दूर हो जाती हैं।
कल महाशिवरात्रि का पावन दिन है। कुबेरेश्वर धाम पर लाखों लोग पहुंच सकते। किसी बड़े हादसे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। सीहोर प्रशासन हाथ खड़े कर चुका है। अब राज्य सरकार को आगे आना होगा। वोटों का गुणा भाग छोड़कर लोगों के प्राण बचाने पर विचार कीजिये। आज और अभी आयोजन को स्थगित करिये। वर्ना कल होने वाले हादसे की जिम्मेदारी सिर्फ राज्य सरकार की होगी!