आगर। आगर मालवा (Agar Malwa) जिले के ग्राम गणेशपुरा (Village Ganeshpura) में एक युवक के साथ दूसरी जाति की लड़की के भाग जाने की घटना ‘गांव बहिष्कार’ में परिवर्तित हो गई। करीब 3 माह पूर्व गांव के सरपंच प्रतिनिधि एवं लड़की के परिजनों ने युवक के परिवार के 4 घरों को क्षतिग्रस्त कर 18 सदस्यों जिसमें 6 बच्चे एवं 5 महिलाएं शामिल है, इनको गांव निकाला दे दिया। पीड़ित 3 माह से दर-दर की ठोकर खाते हुए भटक रहे हैं। यहां तक कि घटना के बाद पूर्व लड़की के परिजनों ने लडके के परिवार 4 घरों को क्षतिग्रस्त कर घर का सामान लूट लिया और परिवार के 18 सदस्यों जिसमें 6 बच्चें एवं 5 महिलाऐं शामिल थे, इनको गांव निकाला दे दिया। परिजनों का कहना है कि जब तक लड़की वापस नहीं तब तक परिजनों को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा।
घटना 11 मार्च 2021 की है, जब ग्राम गणेशपुरा निवासी रवि अपने गांव की दूसरी जाति की लड़की को लेकर उसके ससुराल राजस्थान के ग्राम छायड़ा से लेकर भाग गया। लड़की के परिजनों थाने में शिकायत करने के बाद लड़के के परिवार पर लड़की को वापस लाने का दबाव बनाया। जिसके बाद 28 मार्च को लड़के के परिजन गांव से रवि की तलाश में निकलें. इसी दौरान के लड़की के परिजनों द्वारा लड़के के मकान क्षतिग्रस्त करते हुए रोजी रोटी की सामग्री बैड़ बाजे तोड़ दिए, और लड़के के परिजनों को गांव से निकाल दिया।
परिजनों के मुताबिक लड़की की शादी राजस्थान के छायडा में कुछ समय पूर्व हुई थी। लड़के का इस लड़की के साथ प्रेम संबध होने की वजह से ये दोनों परिवार के खिलाफ जाकर भाग गए तथा अभी तक इनका कोई पता नहीं चल सका हैं।
अब लड़की के परिजनों का गुस्सा 4 परिवारों पर कहर बनकर टूट गया है। रवि के परिवार के 18 सदस्य जिसमें बच्चें एवं महिलाए भी शामिल हैं। पिछले 3 माह से दूरस्थ क्षेत्र में रहने वालें अपने रिश्तेदारों के यहं शरणार्थी के रूप में शरण लिए हुए हैं।
रवि के भाई पप्पू राव ने 2 अप्रैल 2021 को सुसनेर थाने में एफआईआर दर्ज करवानें के बाद 7 अप्रैल 2021 को जिला पुलिस अधिक्षक आगर, 8 अप्रैल को जिला कलेक्टर आगर-मालवा को आवेदन दिया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
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