नई दिल्ली। साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण (first lunar eclipse) मई माह में लगने वाला है। बता दें कि साल 2022 में केवल दो चंद्र ग्रहण लगेंगे और दोनों ही चंद्र ग्रहण पूर्ण होंगे। इससे पहले साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को लगा था। अब 15 दिन बाद यानी 16 मई को चंद्र ग्रहण लग रहा है। इस दिन बुध पूर्णिमा (wed full moon) भी है। पंचाग के अनुसार इस दिन चंद्र ग्रहण का प्रारंभ सुबह 07 बजकर 02 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगा। हालांकि भारत में ये चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा।
मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ मांगलिक कार्य(good work) नहीं किए जाते हैं। बल्कि इस दौरान ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए कुछ खास उपाय करनी चाहिए, जिससे कि ग्रहण का बुरा प्रभाव आप पर ना पड़े। ऐसे में आइए जानते हैं ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान करें ये खास उपाय
मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान गुरु मंत्र का जप करना चाहिए। गुरु मंत्र है ‘ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवे नम:’ इस मंत्र का जप करना फलदायी माना जाता है।
कहा जाता है कि चंद्र ग्रहण ग्रहण के दौरान मुंह में तुलसी का पत्ता रखना चाहिए। ऐसा करने से आप ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचे रहेंगे।
ज्योतिष के अनुसार, ग्रहण लगने से पहले और खत्म होने के बाद आपको स्नान जरूर करना चाहिए। इसके साथ ही ग्रहण सामप्त होने के बाद दान पुण्य भी करना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान गायत्री मंत्र का जप करना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि गायत्री मंत्र का जप करने से आपके काम में आ रही बाधाएं समाप्त होती हैं।
चंद्र ग्रहण के दौरान मां लक्ष्मी का ध्यान करना भी लाभकारी माना जाता है। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर आप पर अपनी कृपा बरसाती हैं।
जिन लोगों को शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव झेलना पड़ रहा है उन लोगों को ग्रहण के दौरान शनि मंत्र का जप करना चाहिए। ऐसा करने से साढ़ेसाती (half-seven) का प्रभाव कम होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। हम इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करते है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)
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