नई दिल्ली: पहले ट्विटर, फिर मेटा और अब अमेजन. जी हां, अब ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन ने अपने स्टॉफ को पिंक स्लिप थमाना शुरू कर दिया है. पिंक स्लिप (Pink Slips) थमाने का मतलब होता है नौकरी से निकाला जाना. पिछले हफ्ते ही कंपनी ने अपने टॉप एग्जिक्यूटिव्स को भेजे इंटरनल कम्युनिकेशन में कहा था कि हायरिंग रोक दी गई है.
बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेज़न में काम करने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर जेमी ज़ांग (Jamie Zhang) ने लिंक्डइन पर लिखा कि उन्हें कंपनी से निकाल दिया गया है. इसके अलावा, एक पूर्व कर्मचारी के एक पोस्ट में यह भी कहा गया था कि पूरी रोबोटिक्स टीम (Robotics Team) को पिंक स्पिल दी गई थी.
लिंक्डइन के आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी के रोबोटिक्स डिवीजन में कम से कम 3,766 कर्मचारी काम कर रहे थे. हालांकि बिजनेस टुडे ने पुष्टि नहीं की है कि कितने कर्मचारियों को निकाला गया है. रिपोर्ट में पोर्टल ने कहा है कि उन्होंने अमेजन से इस पर कमेंट मांगा है.
क्या कहती है WSJ की रिपोर्ट
इसके अलावा, वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कंपनी ने अपनी कुछ प्रॉफिट नहीं बना रही यूनिट्स (नुकसान में चल रही यूनिट्स) में काम करने वाले कर्मचारियों को कहीं और नौकरी खोजने का निर्देश दिया है, क्योंकि उनके प्रोजेक्ट या तो बंद हो सकते हैं या जल्द ही निलंबित किए जा सकते हैं.
कंपनी में पीपल एक्सपीरियंस एंड टेक्नोलॉजी (People Experience and Technology) के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट बेथ गैलेटी ने मेमो में लिखा, “अर्थव्यवस्था के अनिश्चितता की स्थिति में पहुंचने और पिछले कुछ वर्षों में हमने कितने लोगों को काम पर रखा है, को देखते हुए एंडी और S-टीम ने इस सप्ताह नई नियुक्तियों पर विराम लगाने का फैसला किया है.”
उन्होंने आगे कहा कि यह हायरिंग फ्रीज कुछ महीनों तक चलेगा. मेमो में कहा गया है, “हम अगले कुछ महीनों के लिए इस ठहराव को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं, और हम अर्थव्यवस्था और बिजनेस में जो कुछ भी देख रहे हैं, उस पर निगरानी करना जारी रखेंगे, जैसा ही हमें कुछ समझ में आएगा हम बिजनेस को एडजस्ट करेंगे.”
हालांकि इस मेमो में यह भी जिक्र किया गया है कि कंपनी कुछ खास प्रोजेक्ट्स के लिए नियुक्तियां करती रहेगी और उनमें जो लोग खुद छोड़कर जाएंगे, उनकी जगह पर नए लोगों को रखा जाएगा. नोट में यह भी है कि ऐसी परिस्थितियां पहली बार नहीं आई हैं, इससे पहले भी कई बार ऐसे हालातों का सामना किया है.
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