नई दिल्ली: टमाटर (Tomato) के बाद अब प्याज (Onion) आम जनता की आखों से आंसू निकालेगा. कहा जा रहा है कि प्याज की कीमतों में बंपर बढ़ोतरी (Bumper hike in onion prices) हो सकती है. एक किलो प्याज का रेट 60 रुपये के पार पहुंच सकता है. क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि टमाटर के बाद अब प्याज की कीमतें आम जनता का बजट बिगाड़ सकती हैं. अगले महीने से रिटेल मार्केट में प्याज महंगा हो जाएगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर महीने में प्याज की कीमतें बढ़ने की आशंका है. टमाटर की तरह प्याज की आवक भी प्रभावित हो सकती है. ऐसे में मांग के मुताबिक, सप्लाई न होने की वजह से कीमतें अपने- आप बढ़ जाएंगी. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगस्त के आखिरी हफ्ते तक रिटेल मार्केट में प्याज की बढ़ती कीमतों का असर दिखने लगेगा. वहीं, सितंबर आते- आते एक किलो प्याज की कीमत 60 से 70 रुपये हो जाएगी.
साथ ही क्रिसिल की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि डिमांड और सप्लाई में अंतर आने से प्याज की कीमतों में ये बढ़ोतरी होगी. हालांकि, इसके बावजूद भी प्याज का रेट 2020 के अपने उच्चतम स्तर से नीचे रहेगा. क्रिसिल की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अक्टूबर में खरीफ की आवक शुरू होने से प्याज की आपूर्ति पर असर पड़ेगा. इससे मंडियों में प्याज की सप्लाई कम हो जाएगी. इसके चलते कीमतें स्थिर नहीं रहेंगी.
बता दें कि इस साल मानसून की दस्तक के साथ खानी- पीने की सभी चीजें महंगी हो गई हैं. खास कर टमाटर की कीमतें बहुत अधिक बढ़ गईं. 30 से 40 रुपये किलो मिलने वाला टमाटर जुलाई के पहले हफ्ते में ही 150 से 200 रुपये किलो हो गया. इसके अलवा हरी सब्जियां भी महंगी हो गईं. अभी रिटेल मार्केट में भिंडी, लौकी, परवल, करेला और शिमला मिर्च सहित कई तरह की हरी सब्जियों की कीमत सातवें आसमान पर है. ये सभी सब्जियां 50 से 80 रुपये किलो बिक रही हैं. लेकिन, इस महंगाई के बावजूद भी अभी तक प्याज सस्ता था. मार्केट में अच्छी क्वालिटी का प्याज 25 से 30 रुपये किलो बिक रहा है. लेकिन अगले महीने से इसकी कीमतों में बढ़ोतरी ने आम जनता की टेंशन बढ़ा दी है.
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