जारी रहेगी खैरातों की बारिश… केन्द्र सरकार जहां पेट्रोल सस्ता करेगी, तो शिवराज भैया देंगे रक्षाबंधन का उपहार भी
इंदौर। चुनावी साल में केन्द्र से लेकर राज्य सरकारों द्वारा जमकर खैरात बांटी जा रही है। भले ही खजाने का दिवाला पीट जाए। प्रदेश की शिवराज सरकार (Shivraj Sarkar) भी खैरातों की बारिश में पीछे नहीं है। हजार-हजार रुपए की राशि हर महीने सवा करोड़ लाडली बहनाओं के खाते में डाली जा रही है, तो अभी रक्षाबंधन पर 500 रुपए में गैस सिलेंडर की सौगात भी बहनाओं को दी जा सकती है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने इस आशय के संकेत भी दिए थे कि वे रक्षाबंधन (Rakhi) के अवसर पर बहनों को एक बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि 500 रुपए की दर पर बहनों को ये सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएंगे। लाडली बहना की तरह की इस योजना की पात्रता तय होगी, जिसमें आयकर (Income Tax) चुकाने वाली बहनाओं को इसका लाभ नहीं मिलेगा।
अभी 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव हैं। उसके बाद मई-जून में लोकसभा के बड़े चुनाव होना है, जिसके लिए भाजपा नेतृत्व ने पूरी तैयारी कर ली है। मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों के चुनाव की बागडोर दिल्ली दरबार के पास है, जिसके चलते मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव के तीन महीने पहले ही कई प्रत्याशियों की सूची भी जारी कर दी गई, तो कल केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) 18 साल की प्रदेश की भाजपा सरकारों का रिपोर्ट कार्ड भी प्रस्तुत करने भोपाल आ रहे हैं। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान लगातार खैरात बांट रहे हैं। बहनों से लेकर बेरोजगारों के लिए सीखो-कमाओ योजना के साथ ही समाज के हर वर्ग के लिए धड़ाधड़ घोषणाएं की जा रही है। यह बात अलग है कि प्रदेश सरकार के माथे पर साढ़े 3 लाख करोड़ से अधिक के कर्ज हो गए हैं। अभी लाडली बहना योजना को मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है और इसका मैदानी असर भी नजर आ रहा है और विशेषज्ञों का कहना है कि सवा करोड़ लाडली बहनाओं के खातों में हजार-हजार रुपए की राशि जमा कराई जा रही है, उसके चलते भाजपा के वोट बैंक में इन लाडली बहनाओं का बड़ा योगदान रहेगा। इसी कड़ी में अब मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों को 500 रुपए में सस्ता गैस सिलेंडर देने की घोषणा भी कर सकते हैं, जिसकी तैयारी चल रही है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार ने भी 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने की घोषणा कर दी है, जिसके चलते अब भाजपा के अन्य मुख्यमंत्री और केन्द्रीय नेतृत्व भी इस तरह की खैरातें बांटने में जुटा है। जबकि प्रधानमंत्री (Prime Minister) खुद अपने भाषणों में इस तरह की खैरातों की आलोचना कर चुके हैं। मगर भाजपा इन खैरातों को जन कल्याणकारी योजनाएं बताती है और विपक्ष द्वारा दी जाने वाली राहतों को खैरात के रूप में निरुपित करती है। वहीं चर्चा यह भी है कि केन्द्र सरकार चुनावों को मद्देनजर पूर्व की तरह पेट्रोल-डीजल भी सस्ता कर सकती है। खासकर पेट्रोल पर अवश्य 4 से 5 रुपए प्रति लीटर की राहत दी जा सकती है, जिससे अधिकांश उपभोक्ता सीधे प्रभावित होंगे। कुछ दिनों पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में यह भी कहा था कि हमारे कई राज्यों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपए प्रति लीटर से नीचे है। जबकि विपक्षी राज्यों में पेट्रोल महंगा बिक रहा है। जबकि हकीकत यह है कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ही पेट्रोल सहित अन्य उत्पादों पर सर्वाधिक टैक्स वसूल रही है और मध्यप्रदेश में ही पेट्रोल 108 रुपए प्रति लीटर के आसपास बिक रहा है, जिसके चलते जहां केन्द्र सरकार कीमत घटाएगी, वहीं संभव है कि प्रदेश की शिवराज सरकार भी टैक्स में कमी कर पेट्रोल 100 रुपए तक ले आए। दूसरी तरफ कांग्रेस भी इस तरह की खैराती और लोक लुभावनी योजनाओं की घोषणा करने में पीछे नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) लाडली बहनाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए देने की घोषणा पूर्व में ही कर चुके हैं और सस्ते सिलेंडर सहित अन्य राहत भी इसी तरह देने की बात कही गई है। यही कारण है कि कमलनाथ की घोषणा के जवाब में ही शिवराज ने लाडली बहना योजना की राशि भी बढ़ाने की बात कही है और हजार की बजाय निकट भविष्य में यह राशि बढ़ाकर तीन हजार रुपए प्रति माह तक की जाएगी, जिसका जोर-शोर से विज्ञापनों (Advertisment) में इस्तेमाल भी किया जा रहा है।
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