मास्को: पुतिन द्वारा तत्काल लामबंदी के आदेश के बाद से रूस के बाहर जाने वाली फ्लाइट की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिला है. न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन के संबोधन के बाद लोगों में ऐसी आशंका बैठ गई कि सेना में भर्ती किये जाने की उम्र के नौजवानों को देश छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी. हालांकि रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने साफ किया कि आंशिक लामबंदी का यह आदेश सिर्फ उन पर लागू होगा जो पहले सेना में कार्य कर चुके हैं.
लोगों से धैर्य रखने की अपील
आदेश पारित होने के बाद लोगों में देश छोड़ने की मची होड़ के बीच अधिकारियों ने नागरिकों से धैर्य रखने की अपील की है. रिपोर्ट के अनुसार रूस के विदेश मंत्रालय ने इस बात पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि क्या उन लोगों के लिए सीमाएं बंद कर दी जाएंगी जो लामबंदी के आदेश के अधीन हैं. आपको बता दें कि यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन ने एक आदेश में तीन लाख रिजर्व सैनिकों को तैनात करने के आदेश दिए हैं. इन रिजर्व बलों में सेना में पहले से कार्य चुके लोग ही शामिल किये जाएंगे.
टिकट हुई सोल्ड आउट, पांच गुना बढ़ा किराया
रूस से तुर्की और आर्मेनिया जाने वाले नागरिकों के लिए वीजा की कोई जरूरत नहीं होती है. ऐसे में दोनों देशों के लिए जाने वाली सभी एयरलाइंस की टिकट बिक चुकी हैं. रूस की सबसे लोकप्रिय फ्लाइट-बुकिंग साइट एविया सेल्स के डेटा के मुताबिक तुर्की एयरलाइंस की मॉस्को से इस्तांबुल के लिए सभी उड़ानें रविवार तक बुक या अनुपलब्ध थीं. फ्लाइट के सोल्ड आउट होने के साथ ही इनके किरायों में भी अप्रत्याशित वृद्धि देखने को मिली है.
गूगल फ्लाइट्स के डेटा से पता चलता है कि तुर्की के लिए एकतरफा किराया लगभग 70,000 रूबल ($ 1,150) तक बढ़ गया है जबकि एक सप्ताह पहले यह 22,000 रूबल से थोड़ा अधिक था. साथ ही स्टॉपओवर वाली कुछ उड़ान, जिनमें जॉर्जिया की राजधानी मास्को से त्बिलिसी तक जाने वाले फ्लाइट भी सोल्ड आउट चल रही हैं, जबकि दुबई के लिए सबसे सस्ती उड़ानों की लागत पहले के मुकाबले पांच गुना अधिक होकर 300,000 रूबल ($ 5,000) हो गई है.
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