उज्जैन। महाशिवरात्रि पर्व में आज से 11 दिन शेष रह गए हैं। इससे पहले मंदिर परिसर में तैयारियाँ तेज कर दी गई है। अभी कोटितीर्थ कुंड तथा गर्भगृह की सफाई हो रही है। इसके बाद महाकाल मंदिर के शिखर की सफाई की बारी आएगी। उल्लेखनीय है कि आज से ठीक 11 दिन बाद महाशिवरात्रि पर्व आ रहा है। महाकालेश्वर मंदिर में इस बार शिवरात्रि पर 7 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के दर्शन करने पहुँचने का अनुमान है। महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के सुगमता से दर्शन हो सके इसकी रणनीति बनाई गई है। इसके अलावा जहाँ से श्रद्धालुओं को दर्शन हेतु प्रवेश दिया जाएगा उसके समीप ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जूता स्टैंड, क्लॉक रूम और अन्य सुविधाएँ जुटाई जाएगी। महाशिवरात्रि से पहले अर्थात 10 फरवरी से महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि महोत्सव आरंभ हो जाएगा। उस दौरान लगातार 9 दिन भगवान महाकाल का दूल्हे के स्वरूप में प्रतिदिन मनोहारी श्रृंगार किया जाएगा। महाशिवरात्रि की मध्य रात्रि में निशा काल की पूजा होगी और 19 फरवरी को सुबह 4 बजे भगवान का सेहरा सजाया जाएगा।
आपातकालीन द्वार के लिए चल रही खुदाई
महाकालेश्वर मंदिर में भविष्य हेतु भीड़ प्रबंधन के लिए आपातकालीन द्वार बनवाया जा रहा है। इस पर 20 करोड़ से अधिक की राशि खर्च होनी है। यह द्वार पुराने द्वार के समीप ही टनल के रूप में बनाया जाएगा। इसके लिए परिसर में खुदाई का काम चल रहा है। इसके जरिए निकट भविष्य में दर्शनार्थियों को आसानी से बाहर निकाला जा सकेगा।
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