इंदौर। भोपाल के भानपुरा क्षेत्र में एक हाथी द्वारा महावत को मार दिए जाने के बाद पशु प्रेमियों के पत्र पर अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने वनमंडलाधिकारी से इस संबंध में जानकारी मांगी है। इंदौर से पीएफए की प्रियांशु जैन ने भी इस संबंध में एक पत्र ई-मेल के माध्यम से लिखा था। इसमें इंदौर और उज्जैन में घूम रहे हाथियों के लिए मॉनिटरिंग कमेटी गठित किए जाने की मांग की गई है।
प्रियांशु जैन में पत्र में लिखा है कि इंदौर में श्यामू नामक हाथी और उज्जैन में रामू नाम के हाथी को घुमाया जाता है, जिसके संबंध में कई बार शिकायतें भी की गई हैं कि सडक़ों पर चलकर इनके पैरों में घाव हो जाता है। वहीं, इन्हें पर्याप्त रूप से भोजन-पानी भी नहीं मिल पाता। इस कारण ये उग्र हो जाते है, जो उनके महावत के साथ ही अन्य नागरिकों की सुरक्षा की दृष्टि से भी उचित नहीं है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक से इन्हें सडक़ों पर घुमाने पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही मॉनिटरिंग कमेटी के गठन की मांग भी की है, ताकि इनके भोजन-पानी के साथ ही इनके इलाज पर भी निगरानी की जा सके। पत्र के बाद अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ राजोरा ने वनमंडलाधिकारी भोपाल से घटना की जांच कर प्रतिवेदन मांगा है। इस मामले में दो अन्य ने भी अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक को शिकायत की थी।
पहले भी कर चुके हैं शिकायत
पीएफए की प्रियांशु जैन ने बताया कि पहले भी इंदौर के हाथी को लेकर चंदन नगर थाने में और वन विभाग में शिकायत की जा चुकी हैं, लेकिन हल नहीं निकला। वन विभाग का तर्क होता है कि इनके पास सभी आवश्यक दस्तावेज है। हम बस ये चाहते हैं कि इनका सडक़ों पर घूमना प्रतिबंधित हो, क्योंकि ये सडक़ों पर चलने वाले जानवर नहीं हैं, साथ ही मॉनिटरिंग कमेटी का गठन हो। इससे पहले हम लक्ष्मी और रजनी नामक हथनियों के लिए हाईकोर्ट तक गए थे।
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