वाशिंगटन (Washington)। जापोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Zaporizhia Nuclear Power Plant) पर हमले के एक दिन बाद संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of america) ने रूस (Russia) से आह्वान किया है कि वे संयंत्र से अपने सेना और नागरिक कर्मियों को वापस बुला लें। उन्होंने रूस (Russia) से यह भी आह्वान किया कि यूक्रेन को संयंत्र का पूर्ण नियंत्रण सौंपा जाए। बता दें, एक दिन पहले संयंत्र पर हमला हुआ था, जिसे अंतरराष्ट्रीय एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (International Atomic Energy Agency- IAEA) ने बेहद घातक बताते हुए परमाणु केंद्र के समीप ड्रोन से हमले को खतरनाक कृत्य करार दिया।
रूस खतरनाक खेल खेल रहा है
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि हम संयंत्र पर ड्रोन हमले की रिपोर्ट से अवगत हैं। हम वहां की स्थितियों पर नजर रख रहे हैं। मिलर ने कहा कि यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर कब्जा करके रूस एक बहुत ही खतरनाक खेल खेल रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए।
किस हथियार से हमला हुआ, स्पष्ट नहीं हुआ
इस बीच, संयंत्र के रूसी प्रशासन ने कहा कि अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस हथियार के जरिए हमला किया गया था। हालांकि रूसी स्वामित्व वाली परमाणु एजेंसी रोसाटॉम ने कहा कि यह परमाणु संयंत्र पर एक ड्रोन हमला था, जिसे 2022 में यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के तुरंत बाद रूसी सेना ने अपने कब्जे में ले लिया था। संयंत्र के अधिकारियों के अनुसार, विकिरण का स्तर सामान्य था और हमले के बाद कोई महत्वपूर्ण क्षति नहीं हुई। IAEA के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने दोनों पक्षों को परमाणु सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कार्यों से परहेज करने की चेतावनी दी है।
पाकिस्तान-भारत के मुद्दे पर दी यह प्रतिक्रिया
इसके अलावा, पाकिस्तान द्वारा उनके देश में घुसकर हत्या करने के मामले में भारत पर लगाए गए कथित आरोपों पर अमेरिका की स्थिति के सवाल पर मिलर ने कहा कि हम फिलहाल मीडिया रिपोर्ट्स देख रहे हैं। हम फिलहाल इस मुद्दे के बीच में नहीं बोलेंगे। हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। हम चाहते हैं कि दोनों पक्ष मामले में बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने के लिए प्रयास करें।
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