नई दिल्ली। देश में मंकीपॉक्स (monkeypox) का दूसरा मामला मिलने के बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है. केंद्र ने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (International Airport) और बंदरगाहों (Ports) पर प्रवेश के बिंदुओं (POE) की स्वास्थ्य गतिविधियों की समीक्षा बैठक की. केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर स्क्रीनिंग (Screening) का दिया निर्देश दिया है. जिससे वक्त रहते मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मरीजों की पहचान कर उनका इलाज किया जा सके. इस बैठक में बैठक में एयरपोर्ट और बंदरगाह (airport and port) के स्वास्थ्य अधिकारियों और क्षेत्रीय कार्यालयों के रीजनल डायरेक्टर शामिल थे.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) ने बताया कि राज्यों, एयरपोर्ट और बंदरगाहों के स्वास्थ्य अधिकारियों को मंकीपॉक्स रोग के जोखिम को कम करने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ‘मंकीपॉक्स रोग के प्रबंधन के लिए दिशानिर्देश’ के मुताबिक मंकीपॉक्स रोग की क्लिनिकल मैनेजमेंट (clinical management) और ट्रीटमेंट करने की सलाह दी गई. साथ ही कोई संक्रमित पाया जाता है तो समय पर रेफरल और आइसोलेशन के लिए बंदरगाह और एयरपोर्ट के लिए निर्धारित अस्पताल सुविधाओं हो ये सुनिश्चित करने के अलावा, अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर इमिग्रेशन जैसी अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय करने की भी सलाह दी गई.
कन्नूर का रहने वाला है मरीज
उन्होंने कहा कि ये राज्य के साथ-साथ देश में मंकीपॉक्स का दूसरा मामला है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 13 जुलाई को केरल पहुंचा मरीज कन्नूर का रहने वाला है और उसका वहां परियाराम मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है. स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी कहा कि जो लोग मरीज के निकट संपर्क में थे, उन सभी पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
यूएई से ही आया था पहला मरीज भी
गौरतलब है कि इससे पहले बृहस्पतिवार को देश में मंकीपॉक्स (Monkeypox Cases In India) का पहला मामला सामने आया था. जिसके बाद केरल (Kerala) में एक केंद्रीय टीम भेजी गई थी. पहला मरीज 12 जुलाई को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटा था. केरल में मंकीपॉक्स के मामले सामने आने के बाद तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, कोझीकोड और कन्नूर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर हेल्प डेस्क शुरू किए गए हैं. दुनिया में बढ़ते मंकीपॉक्स के मामले को देखते हुए भारत ने मई में ही मंकीपॉक्स से निपटने के लिए दिशानिर्देश तैयार कर लिए थे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved