उज्जैन। महाकाल विस्तारीकरण के काम में मुख्यमंत्री द्वारा तेजी लाने के निर्देश देते ही सुस्त विभागों में एक बार फिर हलचल हो गई है। अनलॉक के बाद से विकास प्राधिकरण मंदिर प्रांगण स्थित महानिर्वाणी अखाड़े के भवन को तोडऩे का काम धीमी गति से कर रहा था। अब यही विभाग महाकाल की धर्मशाला को डिस्मेंटल करने की रणनीति में जुट गया है। महाकालेश्वर मंदिर की धर्मशाला को विस्तारीकरण के काम हेतु यहाँ से नृसिंहघाट क्षेत्र में शिफ्ट किया जाना है। यह योजना लगभग दो साल पहले बन गई थी। परंतु धर्मशाला को डिस्मेंटल करने का काम शुरू ही नहीं हो पाया था।
हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने महाकाल विस्तारीकरण के सभी कामों को महाशिवरात्रि के पहले पूरा करने का कहा है। इसका असर विकास प्राधिकरण में भी नजर आने लगा है। प्राधिकरण द्वारा कई दिनों से मंदिर प्रांगण स्थित महानिर्वाणी अखाड़े के पुराने भवन को डिस्मेंटल किया जा रहा है। कल प्राधिकरण के सीईओ, कार्यपालन यंत्री के.सी.पाटीदार और अन्य इंजीनियर महाकाल धर्मशाला पहुंचे और इसे किस डिस्मेंटल किया जाए, इस पर विचार किया। ईई श्री पाटीदार ने बताया कि महाकाल धर्मशाला को डिस्मेंटल करने की प्लानिंग हो गई है। जल्द ही इसे तोडऩा शुरू कर दिया जाएगा।
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