इंदौर। शहर में एकजुट होकर अपने मांगों के लिए उग्र हो रहे ऑटोरिक्शा चालकों की हड़ताल की घोषणा का असर नजर आने लगा है। गुरुवार को इंदौर आए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने खुद रिक्शा चालकों को मिलने बुलाया और उनकी समस्या सुनने के साथ ही जांच का आश्वासन भी दिया।
उल्लेखनीय है कि भगवा ऑटोरिक्शा चालक संघ द्वारा 22 मई को शहर में ऑटोरिक्शा की हड़ताल की घोषणा की है। संघ का कहना है कि पुलिस-प्रशासन द्वारा मांगे जाने माने जाने के खिलाफ यह निर्णय लिया गया है। संघ का दावा है कि चिमनबाग मैदान पर होने वाली इस हड़ताल में 30 हजार से ज्यादा रिक्शा शामिल होंगे। संघ की तीन मागों में अवैध बाइक टैक्सी का संचालन बंद करवाना, ई-रिक्शा के रूट तय करना व उसमें ओवरलोडिंग बंद करवाना और ऑटोरिक्शाओं के 2021 से पहले के ई-चालान माफ करवाना शामिल है। संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि गुरुवार को इंदौर आए गृहमंत्री मिश्रा के पीए ने उन्हें फोन कर रेसिडेंसी पर यह कहते हुए बुलाया था कि मंत्री आपसे मिलना चाहते हैं। इस पर वे रिक्शा चालकों के साथ मंत्री से मिलने पहुंचे। तब मंत्री ने कहा कि आप लोगों को पहले हमें अपनी परेशानी बतानी चाहिए, सीधे हड़ताल की घोषणा गलत है। इस पर त्रिपाठी ने उन्हें छह माह पहले जाल सभागृह में एक आयोजन में इन मांगों का ज्ञापन देते हुए वीडियो भी दिखाया। इसके बाद मंत्री ने कहा कि रिक्शा चालकों के हितों की अनदेखी नहीं होगी और वे संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर उचित कार्रवाई करेंगे।
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