चेन्नई। देशभर में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई (Banned Organization PFI) के खिलाफ एनआईए की कार्रवाई के बाद कई राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) और आरएसएस के नेताओं पर हमले हुए हैं। तमिनलाडु(Tamil Nadu) में भी बीजेपी और आरएसएस के नेताओं पर अटैक किया गया। राज्य की पुलिस ने उपद्रवियों को चेतावनी दी है कि अगर वे शांति भंग करते हैं तो राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (national security law) के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि बीते दिनों 11 राज्यों में छापा मारकर एनआईए ने पीएफए से जुड़े करीब 100 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें PFI का हेड भी शामिल था।
गुरुवार के बाद से बीजेपी और आरएसएस नेताओं (RSS leaders) के घरों और कार्यालयों में कई बार पेट्रोल बम से हमले हो चुके हैं। तमिलनाडु से ही एनआईए ने पीएफआई के 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। कोयंबटूर, पोल्लाची, रामंतापुरम, एरोज और तंबारम में नेताओं पर हमले हुए थे। डीजीपी शैलेंद्र बसु ने कहा, कुछ अपराधियों ने मिट्टी के तेल की बोतल फेंकी। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और जांच की जा रही है। बाइक पर सवार होकर ज्यादातर हमले किए गए।
रविवार को पुलिस ने एक 29 साल के शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने भाजपा कार्यालय में वाहनों को आग लगाई थी। उसका नाम सिकंदर बताया जा रहा है। पुलिस ने कहा है कि इन हमलों के पीछे मास्टरमाइंड कौन है, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक कई ऐसी जगहों की पहचान की जा चुकी है जहां हमला हो सकता है। उन इलाकों में गार्ड और टूवीलर, फोर वीलर पट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है। आईजीपी ने कहा कि इस तरह की हिंसा पर विराम लगाने के लिए पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है।
राज्य में भाजपा के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर 19 हमलों की जानकारी दी है। अपने पत्र में उन्होंने यह भी लिखा है कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इन हमलों की निंदा तक नहीं की है। डीएमके सरकार में पट्रोल बम और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाना आम हो गया है। बता दें कि सरकार ने इस बारे में भले ही बयान नहीं दिया है लेकिन चीफ सेक्रेटरी ने रविवार को स्थिति की जानकारी लेने के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
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