इंदौर। रेलवे क्रॉसिंग मेट्रो प्रोजेक्ट के बीच में आ रही है। लिहाजा एमआर-10 पर रेलवे की ही अनुमति से कल रात विशालकाय स्टील गर्डर की क्रेनों की सहायता से सफल लॉन्चिंग की गई। दरअसल एमआर-10 पर बन रहे आईएसबीटी से भी मेट्रो कनेक्शन रहेगा। अब इस गर्डर के ऊपर स्लैब डालकर पटरियां बिछाई जाएंगी। अभी गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर, एमआर-10, विजय नगर से रोबोट चौराहा तक एलिवेटेड कॉरिडोर का काम चल रहा है, जिसमें सेगमेंट के साथ पटरियां बिछाई जा रही है।
मगर रेलवे लाइन के ऊपर स्टील गर्डर डालने के साथ यह काम किया जाएगा, क्योंकि रेलवे लाइन के ऊपर कांक्रिटिंग की अनुमति नहीं मिलती है। एमआर-१० पर जो रेलवे क्रॉसिंग है उसी के ऊपर इंदौर विकास प्राधिकरण ने भी ८ लेन का ओवरब्रिज बनवा रखा है। वहीं अब चूंकि मेट्रो की लाइन भी वहीं से गुजर रही है और रेलवे लाइन के ऊपर किसी तरह का पिलर निर्मित नहीं किया जा सकता और रेलवे इसकी अनुमति भी नहीं देता है।
लिहाजा पूरी रेलवे लाइन को क्रॉस करने के लिए विशाल स्टील की गर्डर डाली गई। इसी तरह की गर्डर खजराना चौराहा पर बन रहे फ्लायओवर में भी प्राधिकरण द्वारा इस्तेमाल की गई। ताकि नीचे कोई पिलर ना आए और यातायात में बाधा उत्पन्न ना हों। एमआर-१० रेलवे क्रॉसिंग में जिस वक्त यह गर्डर लॉन्चिंग की गई उस वक्त ट्रेन का मूवमेंट नहीं था और दो विशालकाय क्रेनों की सहायता से इस गर्डर को डाला गया। मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े इंजीनियरों का कहना है कि इस स्टील गर्डर के ऊपर स्लैब डाली जाएगी और फिर उसके ऊपर पटरियों को बिछाने का काम शुरू होगा।
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