नई दिल्ली: लहसुन की बढ़ती कीमतों के कारण रसोई का बजट पूरी तरह से गड़बड़ाने के कुछ दिनों बाद, प्याज की खुदरा कीमतें अब आम आदमी की जेब पर भारी पड़ती नजर आ रही हैं. प्याज की दरें बढ़ने से घर की रसोई और रेस्तरां दोनों के लिए चुनौतियां खड़ी हो रही हैं. प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने के केंद्र के फैसले के बाद प्याज की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है. देश के सबसे बड़े थोक प्याज बाजार लासलगांव कृषि उपज बाजार समिति में सोमवार को प्याज की औसत थोक दरों में 40 फीसदी बढ़ोतरी देखने को मिली. सोमवार को प्रति क्विंटल प्याज की औसत कीमत 1,280 रुपए से बढ़कर 1,800 रुपए हो गई, न्यूनतम और अधिकतम कीमतें क्रमशः 1,000 रुपए और 2,100 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गईं.
कब से कब रहा प्रतिबंध
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने 11 दिसंबर 2023 को घोषणा की थी कि घरेलू उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर प्याज की उपलब्ध कराने के लिए प्याज के निर्यात पर 8 दिसंबर, 2023 से 31 मार्च, 2024 तक प्रतिबंध लगा दिया गया है. सरकार ने कहा था कि वह उपभोक्ताओं और किसानों दोनों के हित में आवश्यक कदम उठाने के लिए प्याज की फसल की उपलब्धता और कीमतों पर कड़ी नजर रख रही है. प्राइस स्टेबलाइजेशन के तहत किसानों से प्याज की खरीद जारी रहेगी ताकि उन्हें भी नुकसान ना हो. साथ ही प्राइस वाले थोक और खुदरा बाजारों में उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर प्याज उपलब्ध कराना जारी रखेंगे.
सरकारी कीमतों में भी तेजी
अगर बात सरकारी कीमतों की करें तो 18 फरवरी को डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर की वेबसाइट पर प्याज की औसत की कीमत 29.83 रुपए प्रति किलोग्राम थी. जोकि 19 फरवरी को यही औसत दाम 32.26 रुपए पर पहुंच गए. इसका मतलब है कि 24 घंटे में देश में प्याज की औसत की कीमत में 2.43 रुपए प्रति किलोग्राम का इजाफा देखने को मिल चुका है. जानकारों की माने तो आने वाले दिनों में प्याज की कीमतों में और भी तेजी देखने को मिल सकती है.
लहसुन की कीमतों में भी इजाफा
कुछ दिन पहले, मीडिया रिपोट्र्स में कहा गया था कि उत्तर प्रदेश में लहसुन की कीमतें 550 रुपए से ऊपर पहुंच गई हैं और कई शहरों में लहसुन की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश में लहसुन की कीमतें 500-550 रुपए प्रति किलोग्राम के बीच बिक रही हैं. ती हैं जबकि बेहतर क्वालिटी वाला लहसुन थोक बाजार में 220 रुपए से 240 रुपए तक बिक रहा है, जबकि देश के कई हिस्सों में खुदरा बाजार में कीमतें 400 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं. हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, तिरुचि के गांधी मार्केट में खुदरा दुकानों में, अच्छी गुणवत्ता वाला 1 किलो लहसुन 400 रुपए में बेचा जा रहा था, जबकि इंडियन एक्सप्रेस ने बताया है कि अधिकांश मेट्रो शहरों में लहसुन की कीमतें 300 रुपए से 400 रुपए प्रति किलोग्राम के बीच बेची जा रही थीं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved