मुंबई (Mumbai) । एडटेक कंपनियों के बुरे दिन (Bad days of edtech companies) आ गए हैं. अभी हाल ही में सभी ने बायजू (Byju’s) को परेशानियों घिरा देखा. कंपनी इस हालत में आ गई है कि वह कर्मचारियों की वेतन तक नहीं दे पा रही है. इसके बाद कंपनी के फाउंडर और सीईओ बायजू रविंद्रन (Byju Ravindran) ने अपने घर गिरवी रखकर लोगों की सैलरी बांटी थी. आज हम एक ऐसी एडटेक कंपनी (EdTech Company) के बारे में आपको बताना चाहते हैं, जिसे कभी बायजू ने ही 11 हजार करोड़ रुपये में खरीदने की डील दी थी. मगर, वह डील हो नहीं पाई और अब यह एडटेक स्टार्टअप डाउटनट (Doubtnut) सिर्फ 83 करोड़ रुपये में बिक गया है.
तीन साल में 10 हजार करोड़ रुपये गिर गई वैल्यू
इससे भी बुरा हाल हुआ है इस डाउटनट का. इस स्टार्टअप की वैल्यू तीन साल में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये गिर गई. इसे एलन कैरियर इंस्टीट्यूट (Allen Career Institute) ने सिर्फ 83 करोड़ रुपये में अपनी झोली में डाल लिया है. रोचक बात यह है कि इसे 11 हजार करोड़ रुपये में खरीदने की कोशिश बायजू ने की थी.
डाउटनट करती है मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
डाउटनट को दो आईआईटी से पढ़े हुए लोगों ने बनाया था. कंपनी के फाउंडर तनुश्री नागोरी और आदित्य शंकर ने इसे 2016 में लांच किया था. इस प्लेटफॉर्म पर मैथ्स और साइंस के सवालों के उत्तर सिर्फ फोटो दिखाकर मिल जाते थे. इस स्टार्टअप को मशीन लर्निंग और फोटो पहचान तकनीक के इस्तेमाल के लिए विशेषज्ञों की काफी तारीफ मिली थी. हर महीने डाउटनट का इस्तेमाल 3.2 करोड़ यूजर्स करते हैं. इस अधिग्रहण के चलते अब एलन इंस्टीट्यूट अपने कोर्स और ऑफर्स को डाउटनट के यूजर्स तक आसानी से पहुंचा सकेगा. एलन के सीईओ नितिन कुकरेजा ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में समय से प्रभावी उत्तर देना बहुत महत्वपूर्ण होता है. डाउटनट का प्लेटफॉर्म हमारे स्टूडेंट्स के बहुत काम आएगा.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved