नई दिल्ली: रूस में हुए प्लेन क्रैश (plane crash in russia) में प्रिगोजिन की मौत (Prigogine’s death) के बाद प्राइवेट आर्मी ग्रुप वैगनर (Private Army Group Wagner) के सामने अब एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. प्रिगोजिन वही शख्स था जिसने ठीक दो महीने पहले रूस में बगावत करते हुए राजधानी मॉस्को (capital moscow) पर चढ़ाई कर दी थी, हालांकि समय रहते व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने खतरे को भांपते हुए बेलारूस के राष्ट्रपति (President of Belarus) की मदद से मामले को सलटा लिया था. अब प्लेन क्रैश में प्रिगोजिन की मौत के बाद यह सवाल उठने लगा है कि आखिरी अगला वैगनर चीफ कौन होगा या फिर इस प्राइवेट आर्मी का नेतृत्व अब कौन करेगा?
वैगनर के नेतृत्व की बात करें इसके लिए आंद्रेई ट्रोशेव का नाम सबसे आगे चल रहा है. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रिगोजिन के जिंदा रहते ही आंद्रेई ट्रोशेव का नाम आगे बढ़ाया था. अब जब प्लेन क्रैश में प्रिगोजिन की मौत हो चुकी है तो आंद्रेई ट्रोशेव एक बार फिर से चर्चा में हैं. कयास लगाया जा रहा है कि पुतिन वैगनर चीफ के लिए आंद्रेई ट्रोशेव के नाम को फिर से आगे कर सकते हैं. हालांकि, घटना कुछ घंटे पहले की है इसलिए रूस या फिर पुतिन की ओर से वैगनर के अगले चीफ को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है.
अब आंद्रेई ट्रोशेव के बारे में भी जान लेते हैं. ट्रोशेव का जन्म 1953 में हुआ था, तब रूस सोवियत संघ था. ट्रोशेव के नाम की चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि यह शख्स वैगनर ग्रुप के संस्थापक सदस्यों और कार्यकारी निदेशकों में से एक है. खुद रिटायर्ड कर्नल ट्रोशेव की वैगनर ग्रुप में अच्छी खासी पकड़ भी है. कहा यह भी जाता है कि सीरिया में वैगनर ग्रुप के सैन्य अभियानों में आंद्रेई ट्रोशेव भी शामिल रहे हैं.
पुतिन ने प्रिगोजिन के जिंदा रहते हुए पुतिन ने आंद्रेई का नाम इसलिए भी आगे बढ़ाया था क्योंकि ट्रोशेव की वैगनर ग्रुप में शामिल कई हाई प्रोफाइल हस्तियों से अच्छी बनती है. इसमें ग्रुप के संस्थापक दिमित्री उत्किन भी शामिल हैं. ऐसे में अगर वैगनर की कमान आंद्रेई को मिलती है तो यह पुतिन के साथ-साथ रूस के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. आंद्रेई को पुतिन का चहेता भी बताया जाता है.
दरअसल, वैगनर चीफ रहे प्रिगोजिन ने बगावत से ठीक पहले 23 जून को रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु पर गंभीर आरोप लगाए थे. प्रिगोजिन ने दावा किया था कि सर्गेई ने रूसी सैनिकों से वैगनर के जवानों रॉकेट से हमला करने का आदेश दिया है. प्रिगोजिन ने कहा था कि वो रूसी रक्षा मंत्री से उनकी इस हरकतों का बदला लेंगे और इसमें रूसी सेना को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. इसके बाद यूक्रेन में रूस की ओर से लड़ाई लड़ रहे वैगनर के लड़ाके वापस मॉस्को पर चढ़ाई कर दिए थे.
बता दें कि बुधवार रात को रूस में एक प्लेन क्रैश होता है और खबर आती है कि प्लेन में कुल 10 लोग सवार थे जिसमें प्रिगोजिन का नाम भी शामिल था. प्लेन मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था लेकिन रास्ते में वो हादसे का शिकार हो गया और प्लेन में सवार सभी के सभी लोगों की मौत हो गई. हालांकि, यूरोप के कई देशों ने प्लेन क्रैश के पीछे पुतिन को जिम्मेदार बता रहे हैं. कुछ देशों का कहना है कि प्रिगोजिन को पुतिन के खिलाफ बगावत की सजा मिली है.
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