अब हर जिले और ब्लॉक तक संविधान में बदलाव के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश
इंदौर । प्रदेश के प्रमुख कमलनाथ (Kamal Nath) की आपत्ति के बाद गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन बाबा साहब आंबेडकर (baba saheb ambedkar) के जन्मस्थल महू (Mhow) में होने वाले कांग्रेस के आंदोलन को एक दिन आगे बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही इस आंदोलन के पहले पूरे प्रदेश में कांग्रेस द्वारा अब हर जिले और ब्लॉक में संविधान में बदलाव के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की जाएगी।
अभी तीन दिन पहले आयोजित की गई प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की वर्चुअल बैठक में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा गणतंत्र दिवस के दिन इस कार्यक्रम को रखने पर आपत्ति ली गई थी। उनका कहना था कि जिस दिन यह आंदोलन करने का फैसला लिया जा रहा है, वह दिन सही नहीं है। जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, वहां के मुख्यमंत्री को अपने राज्य में आयोजित किए जाने वाले सरकारी कार्यक्रम में भाग लेना होता है । इसके साथ ही कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता भी अपने-अपने क्षेत्र में आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में गणतंत्र दिवस के दिन यह कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाना चाहिए। इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए किसी अन्य दिन का चयन किया जाना चाहिए। कमलनाथ के इस विचार पर इस बैठक में ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी अपनी सहमति देते हुए समर्थन कर दिया था। इस पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा था कि यह कार्यक्रम हमने तय नहीं किया है। यह कार्यक्रम तो दिल्ली से आया है। यह फैसला अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का है। इस पूरे घटनाक्रम का समाचार सबसे पहले अग्निबाण ने प्रकाशित किया था। हमने अपने पाठकों को बताया था कि गणतंत्र दिवस के दिन इस कार्यक्रम को आयोजित करने के विरोध में स्वर उठाना शुरू हो गए हैं। कमलनाथ की बात में हकीकत को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा इस आंदोलन को आगे बढऩे का प्रस्ताव दिल्ली भेजा गया था। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं मध्यप्रदेश के प्रभारी जितेंद्र भंवर सिंह ने कल शाम भोपाल में इस बात की पुष्टि की है कि 26 जनवरी को आयोजित किया जाने वाला आंदोलन अब 27 जनवरी को होगा। इस आंदोलन को एक दिन आगे बढ़ा दिया गया है। कांग्रेस द्वारा यह फैसला लिया गया है कि इस आंदोलन के पहले पूरे प्रदेश में हर जिले और ब्लॉक में रैली का आयोजन किया जाए। इस रैली के माध्यम से जनता तक संविधान में बदलाव के लिए भाजपा द्वारा की जा रही कोशिश की जानकारी दी जाए।
भाजपा ने असंतोष से जोड़ दिया
इस आंदोलन को आगे बढऩे का फैसला तो कल दिन में ही हो गया था। इस फैसले की जानकारी मिलने के बाद भाजपा के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट करते हुए इसे कांग्रेस में फैले असंतोष से जोड़ दिया। उन्होंने तो यह ट्वीट कर दिया कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की लड़ाई को देखते हुए राहुल गांधी ने महू के आंदोलन को आगे बढ़ा दिया है।