नई दिल्ली। भारत के प्रति ईर्श्यापूर्ण रवैया रखने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो की मानसिकता को नई दिल्ली में 9,10 सितंसबर को जी-20 बैठक के दौरान देख लिया गया है। जस्टिन ट्रुडो ने भारत द्वारा कनाडा में खालिस्तानी गतिविधियों पर आपत्ति दर्ज कराए जाने पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात कहकर यह साबित कर दिया कि वह खालिस्तानियों के साथ हैं।
जस्टिन ट्रुडो के वापसी के बाद कनाडा में एक भारतीय छात्र पर फिर हमला हुआ है। यह हमला कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में सिख समुदाय के 17 वर्षीय छात्र पर ‘बियर स्प्रे’ के इस्तेमाल सहित किया गया। भारत ने हमले की निंदा करने के साथ ही स्थानीय अधिकारियों से घटना की जांच करने और अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया। यह घटना 11 सितंबर की है जब सिख छात्र केलोना में स्कूल से घर जा रहा था।
हालांकि छात्र का नाम नहीं बताया गया है। बियर स्प्रे का इस्तेमाल भालू के हमले को रोकने के लिए किया जाता है। इस स्प्रे में ज्वलनशील तत्व होते हैं। केलोना रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने 11 सितंबर को एक बयान में बताया कि हमला ओकानागन शहर में रटलैंड रोड और रॉबसन रोड के चौराहे पर एक बस स्टॉप पर शाम चार बजे के आसपास हुआ।
बयान में कहा, ‘‘बस में दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ था, जिसके चलते विवाद में शामिल सभी लोगों को बस से उतार दिया गया। बस से नीचे उतरने के बाद संदिग्ध व्यक्ति ने पीड़ित पर बियर स्प्रे का इस्तेमाल किया।’’ वैंकूवर में भारत के वाणिज्य दूतावास ने हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘‘वैंकूवर दूतावास केलोना में एक भारतीय नागरिक पर हमले की कड़ी निंदा करता है और कनाडाई अधिकारियों से घटना की जांच करने और अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का अनुरोध करता है।’’
केलोना पुलिस ने 11 सितंबर को हुई इस घटना में शामिल एक युवक को 13 सितंबर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बयान में कहा कि जांचकर्ता वीडियो का विश्लेषण करेंगे और अतिरिक्त सबूतों की समीक्षा करेंगे ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि सभी पक्षों को बस से बाहर निकालने से पहले वहां क्या हुआ था। इसमें कोई संदेह नहीं है कि पीड़ित पर आरोपियों द्वारा स्प्रे किया और उस पर हमला किया गया। कनाडा के विश्व सिख संगठन ने एक बयान जारी कर हमले की निंदा की और कहा कि छात्र समझ नहीं पा रहा है कि उस पर इस तरह से हमला क्यों किया गया।
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