नागदा/उज्जैन जिला। रविवार दोपहर तीन बजे करीब अचानक बदले मौसम ने शहर में हाहाकार मचा दिया। आम लोगों के साथ साथ बिजली कम्पनी को भी लाखों का नुकसान हुआ। दोपहर में प्रकृति के इस रोद्र स्वरूप से हुए नुकसान के बाद जैसे तैसे लोग सामान्य होने की कोशिश कर रहे थे कि रात 12 बजे एक बार फिर तेज हवा बिजली के साथ फिर तेज पानी बरसने लगा। रातभर कई क्षेत्रों में अंधेरा छाया रहा तो अन्य क्षेत्रों में भी बिजली की लुकाछिपी चलती रही। दोपहर से ही विद्युत सप्लाय प्रभावित होने से पानी कि टंकिया भर नहीं जिसकी वजह से आज शहर में जल सप्लाय नहीं हुआ।
दावा पहली बार देखा प्रकृति का ऐसा रूप
रविवार दोपहर 3 बजे बाद अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। घनघोर अंधेरा गया छा गया। तेज आंधी के साथ मूसलाधार बारिश व कंचे के आकार के ओले इतने गिरे कि लोगों ने बर्तन भर लिए। प्रकृति के रौद्र रुप ने नागदा सहित गांवों में त्राहिमाम मचा दिया। मौसम विभाग के अनुसार हवा की रफतार करीब 65 किमी प्रति घंटा थी। जिससे पेड गिर गए, मकान की दीवारें ढह गई। नागदा-जावरा बायपास चौराहा पर स्थित गुमटियां उडकर सडक पर आ गई। रेलवे लाइन में भी फाल्ट की वजह से नागदा से गुजरने वाली कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। शहर में कई साइन बोर्ड टूटकर जमींदोज हो गए। ग्रसिम स्टेबल फ़ाइबर उद्योग की एक चिमनी का बाधा हिस्सा धराशायी हो गया। चौपाल सागर के सामने एंट्रेंस बोर्ड नट बोल्ट की जगह से उखडकर झुक गया। इसे हटाया जाए वरना किसी भी वाहन पर गिर गया तो बड़ा हादसा हो सकता है। लिंक रोड जाने वाले तिराहा पर लगा साइन बोर्ड भी टूट गया। तेज हवा के चलते पेड़ों से पत्ते उड़कर जमीन पर गिर गए। बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक नागदा-खाचरौद विधानसभा में लगभग 200 पोल गिरे है। जबकि नागदा क्षेत्र में 40 पोल गिरे हैं। कंपनी को लगभग 30 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। रतन्याखेड़ी रोड पर बिजली का पोल झुक गया, जिससे बिजली के तार सड़क पर गिर गए। जवाहर मार्ग, डीई कार्यालय के सामने सहित कई क्षेत्रों में बिजली के तार गिर गए। बेरछा रोड उपकेंद्र से जुड़ी बिजली लाइन पर पेड़ गिर गए। 33 केवी बसंत पैलेस उपकेंद्र, 33 केवी मेहतवास उपकेंद्र लाइन पर पेड़ व पोल गिर गए, जिससे उपकेंद्रों से जुड़े क्षेत्रों में कही रात भर तो कही छ: सात घंटों तक विद्युतप्रदाय प्रभावित रहा। शहर के बुजुर्ग भी यह कहते सुने गए की उन्होंने अपने जीवन में मई के महीने में प्रकृति का इतना रौद्र रूप पहले कभी नहीं देखा।
पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया
पूर्व विधायक ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के साथ एसडीएम आषुतोष गोस्वामी से चर्चा करके प्रभावितों को मदद दिलाने का अनुरोध किया है। विधायक दिलीप सिंह गुर्जर ने नुकसानी का जल्द सर्वे करवा कर मुआवजा देने की मांग की। पूर्व विधायक ने बताया कि प्राकृतिक आपदा में विधानसभा के विभिन्न गांवों से नुकसानी की खबर हैं। कई क्षेत्रों में दौरा कर कलेक्टर से चर्चा कर जल्द प्रभावितों को सहायता देने की बात की। भाजपा नेता मोतीसिंह षेखावत ने भी ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर नुकसानी का आंकलन किया।
प्राकृतिक आपदा से नागदा के आसपास के गांव भी अछूते नहीं रहें
लसुडिय़ा, खजूरिया, रोहल, बेरछा, अमलावदिया, पारदी, चांपानेर, चांपाखेडा, नारेली, दिवेल, मोकड़ी, झिरमिरा, किलोडिय़ा आदि गांवों में भी पेड गिरने, मकान की दीवारें ढहने, पशुओं की मौत की खबरें है।
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