उज्जैन। महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना के तहत काफी क्षेत्र बढ़ जाएगा और काशी कॉरिडोर से चार गुना बड़ा होगा महाकाल क्षेत्र। इसके उद्घाटन की तैयारियाँ चल रही हैं। 705 करोड़ से महाकाल का आंगन अब दमकता दिखने लगा है। आने वाले दिनों में महाकाल मंदिर का पूरा कैंपस 20 हेक्टेयर का हो जाएगा जो पहले से 10 गुना अधिक होगा, वहीं काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से भी है 4 गुना बड़ा रहेगा। महाकाल मंदिर में 705 करोड़ रुपए के विकास कार्य चल रहे हैं जिसमें महाकाल मंदिर के आसपास का कैंपस भी बढ़ाया जा रहा है। महाकाल मंदिर के पीछे रूद्र सागर के पास से लेकर महाकाल के सामने और महाकाल थाने के आसपास के क्षेत्र के मकान हटाकर दूसरे चरण में पूरा महाकाल परिसर अलग रूप में दिखेगा। कुल मिलाकर अब महाकाल का कैंपस 2 हेक्टेयर से बढ़कर 20 हेक्टेयर का हो जाएगा जो 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे बड़ा क्षेत्र होगा। कुछ दिनों पूर्व काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण हुआ है।
काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर मात्र 5 हेक्टेयर का है। उससे 4 गुना बड़ा महाकाल का कॉरिडोर हो जाएगा। कलेक्टर आशीष सिंह के अनुसार वर्तमान में प्रथम चरण के जो निर्माण कार्य चल रहे हैं वह मार्च 2022 तक पूरे कर लिए जाएँगे, वहीं दूसरे चरण के कार्य जो बड़े निर्माण है वह भी मई-जून 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। ऐसे में महाकाल मंदिर का पूरा कैंपस अगले साल तक अलग ही रूप में दिखेगा। इसमें करोड़ों रुपए से बना यात्री सुविधा केंद्र और मल्टी लेवल पार्किंग तथा अन्य सुविधाएं बढ़ेगी और पर्यटकों के लिए देखने के लिए कई बड़ी मूर्तियाँ लगाई गई जो आकर्षण का केंद्र बनेगी। मई-जून 2023 के बाद महाकाल मंदिर का कैंपस इतना फैल जाएगा कि 1 लाख श्रद्धालु भी बिना रुकावट दर्शन कर पाएँगे, कितनी भी भीड़ हो और श्रद्धालु को 45 मिनट में दर्शन होंगे। उल्लेखनीय है कि विगत 20 वर्षों में महाकाल मंदिर का विस्तार लगातार होता जा रहा है। सबसे पहले सिर्फ सभागृह बढ़ाया गया था। बाद में अब आसपास की भूमि अधिग्रहित कर पूरे कैंपस को एक साथ बढ़ाया जा रहा है जिससे महाकाल मंदिर का कैंपस आने वाले समय में बहुत ही भव्य हो जाएगा।
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