भोपाल: दिल्ली में कोचिंग सेंटर में हुए हादसे (Accidents in coaching centers in Delhi) के बाद इंदौर प्रशासन (Indore Administration) ने एहतियात बरतना शुरू कर दिया है. यहां दो बड़े कोचिंग सेंटरों में जाकर बेसमेंट में चल रही क्लास और लाइब्रेरी के बारे में जानकारी जुटाई गई. ऐसी कार्रवाई के लिए इंदौर कलेक्टर की ओर से एक कमेटी भी बनाई जाएगी, जो लगातार ऐसे कोचिंग सेंटर और लाइब्रेरी पर नजर रखेगी. प्रशासन का मानना है कि ऐसी कार्रवाई से भविष्य में होने वाले हादसों को रोका जा सकेगा. उधर, भोपाल प्रशासन ने भी सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देशन में आठ टीमों ने भोपाल के सभी कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया है. जहां कई कोचिंग संस्थान बेसमेंट में संचालित किए जा रहे थे, इन बेसमेंट को सील कर दिया गया है.
जिला प्रशासन शहर में बेसमेंट और बड़ी इमारतों में चल रही कोचिंग क्लासेस, लाइब्रेरी और अन्य संस्थानों का निरीक्षण करेगा. इसके लिए एक टीम बनाई जाएगी, जो जीवन सुरक्षा प्रबंधन और बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराएगी. टीम में प्रशासन, पुलिस, नगर निगम, फायर सेफ्टी और बिजली समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे. यह टीम निरीक्षण कर जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेगी. समय पर व्यवस्थाएं न करने वाले संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देशन में आठ टीमों ने भोपाल के सभी कोचिंग सेंटरों की जांच की है.जहां कई कोचिंग संस्थानों को बेसमेंट में संचालित किया जा रहा था, ऐसे में इन बेसमेंटों को सील कर दिया गया है. बता दें कि भोपाल में एमपी नगर, कस्तूरबा नगर, कोलार, बिट्टन मार्केट, आईएसबीटी, शाहपुरा क्षेत्र में सबसे ज्यादा कोचिंग संस्थान हैं. यहां कई कोचिंग बेसमेंट में संचालित हो रहे थे. ऐसे में बच्चों की पढ़ाई को देखते हुए कोचिंग की जगह बेसमेंट सील किए गए हैं.
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