बेरूत. हिजबुल्लाह (Hezbollah) के साथ पिछले सप्ताह लागू हुए युद्ध विराम (ceasefire) के बाद इजरायल (Israel) ने लेबनान (Lebanon) में अपना सबसे बड़ा हवाई हमला (Air raid) शुरू किया है। सोमवार 2 दिसम्बर को किए गए इस हमले में कम से कम 11 लोगों की मौत हुई है। इजरायल ने ये हमले लेबनान से हिजबुल्लाह के मोर्टार दागे जाने के बाद किए हैं। पिछले बुधवार को 60 दिनों के युद्ध विराम को प्रभावी होने के बाद हिजबुल्लाह का इजरायल के ऊपर मोर्टार दागे जाने का यह पहला मामला है। इन हमलों के बाद युद्ध विराम के बने रहने को लेकर आशंकाएं उठने लगी हैं।
हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला
एक बयान में इजरायली रक्षा बलों ने कहा कि लड़ाकू विमानों ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ऑपरेटिव्स और दर्जनों रॉकेट लांचरों और आतंकी समूह से संबंधित सुविधाओं पर हमला किया। हिजबुल्लाह ने इसके पहले सोमवार को दावा किया था कि उसने पिछले सप्ताह हुए युद्ध विरम समझौते के बार-बार उल्लंघन के जवाब में मोर्टार दागे और इसे संघर्ष विराम के दौरान लेबनान पर आईडीएफ के हमलों के खिलाफ ‘प्रारंभिक चेतावनी’ बताया था।
हमले में इस्तेमाल लांचर बना निशाना
आईडीएफ ने कहा कि हमले के दौरान उसने हिजबुल्लाह की सुविधाओं के अलावा माउंट डोव पर दो मोर्टार दागने के लिए इस्तेमाल किए गए लांचर को भी निशाना बनाया। इजरायली सेना के अनुसार, हमले के कुछ समय बाद ही साइट को निशाना बनाया गया। सेना ने कहा, ‘इजराइल की मांग है कि लेबनान में संबंधित पक्ष अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करें और लेबनानी क्षेत्र के भीतर हिज्बुल्लाह की शत्रुतापूर्ण गतिविधि को रोकें। इजराइल लेबनान में युद्ध विराम समझौते की शर्तों को पूरा करने के लिए बाध्य है।’
इजरायली बंधकों को लेकर ट्रंप की चेतावनी
इस बीच अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में चरमपंथी समूह की कैद से इजरायली बंधकों की तत्काल रिहाई की मांग की। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘अगर जनवरी में उनके पदभारत ग्रहण से पहले उन्हें रिहा नहीं किया गया तो उन्हें बहुत भारी कीमत चुकानी होगी।’ 7 अक्तूबर 2023 के हमले के बाद गाजा में शुरू किए गए सैन्य अभियान के दौरान अमेरिका ने इजरायल को सैन्य और कूटनीतिक समर्थन दिया है।
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