खजराना जागीर की जमीन पर बकाया 15 लाख टैक्स… मॉल-होटल मालिकों को भी थमाए नोटिस
इंदौर। डायवर्शन टैक्स (Diversion Tax) की वसूली का अभियान प्रशासन द्वारा तेजी से चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान कुर्की की कार्रवाई भी की जा रही है। प्रशासन ने बकाया डायवर्शन टैक्स की वसूली के चलते जहां कई लोगों पर कार्रवाई की, वहीं पिगडम्बर (Pigdambar) और कनाडिय़ा रोड स्थित संघवी परिवार (Sanghvi Parivar) के दो कॉलेज कुर्क किए जाने के बाद कल खजराना जागीर (Khajrana Jagir) की जमीनों पर 15 लाख रुपए का डायवर्शन टैक्स बकाया होने के चलते संघवी का नवनीत दर्शन स्थित दफ्तर भी कुर्क कर लिया, जिस पर दो-तीन दिन पहले ही पुलिस ने प्रशासन की मदद से छापा भी मारा था। इसके अलावा तीन करोड़ रुपए का डायवर्शन टैक्स मॉल, होटल, मैरिज गार्डन मालिकों के खिलाफ भी प्रशासन ने निकाला है।
अभी कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) डायवर्शन टैक्स की वसूली भी सख्ती से करवा रहे हैं, जिसकी चपेट में भूमाफिया भी आ रहे हैं। 21 सेंच्यूरी प्रोफेशंस पर 35 लाख रुपए से अधिक का बकाया है, तो वारजिंदर छाबड़ा के खिलाफ 41 लाख रुपए, एलआईजी चौराहा पर बन रहे सिंगापुर बिजनेस पार्क के जमीन मालिक कमल सुबोध पिता राजमल जैन पर 20 लाख रुपए से अधिक, महाकोषल होर्डिंग्स पर 17 लाख 77 हजार, अंशल टाउनशिप, एआर इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 30 लाख 63 हजार, वहीं कैलोदहाला में कैलाश अग्रवाल के खिलाफ 40 लाख और खजराना जागीर में प्रतीक सुरेन्द्र संघवी के खिलाफ 15 लाख 31 हजार का डायवर्शन टैक्स बकाया मिला। वहीं इसी तरह मेहता के खिलाफ 66 लाख से अधिक, तो ब्रिलियंट इस्टेट पर 72 लाख। वहीं बीजे कम्पनी पर 60 लाख, तो गुरजीतसिंह पर 1 करोड़ से अधिक डायवर्शन टैक्स बकाया है। ये सभी होटल, मॉल और गार्डन संचालक हैं, जिन पर लगभग 3 करोड़ रुपए का डायवर्शन टैक्स बकाया निकाला गया है। वहीं सुरेन्द्र-प्रतीक संघवी के पिगडम्बर और कनाडिय़ा रोड स्थित कॉलेजों को पिछले दिनों डायवर्शन टैक्स के चलते कुर्क कर लिया था। वहीं अब नवनीत दर्शन स्थित सुरेन्द्र संघवी के दफ्तर को भी सील कर दिया, जहां पिछले दिनों पुलिस-प्रशासन ने छापा भी डाला था। वहीं प्रगति विहार के बंगलों की नपती भी नगर निगम की टीम द्वारा करवाई जा रही है।
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