उज्जैन: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में धार जिला स्थित भोजशाला (Bhojshala) में दो दिन से ASI का सर्वे जारी है. हाईकोर्ट के आदेश (High Court orders) के बाद शुरू हुए इस सर्वे के बीच उज्जैन की बिना नींव वाली मस्जिद (Ujjain’s foundationless mosque) चर्चाओं में आ गई है. आह्वान अखाड़े से महामंडलेश्वर संत अतुलेशानंद उर्फ आचार्य शेखर महाराज ने यहां शिव मंदिर होने का दावा (Claiming to be a Shiva temple) किया है. साथ ही कहा कि ये भोजशाला का ही एक हिस्सा है. इसे लेकर उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही है.
बाबा महाकाल की नगरी अवंतिका उज्जैनी में दानी गेट क्षेत्र स्थित बिना नींव की मस्जिद चर्चाओं में आ गई है. आह्वान अखाड़े के महामंडलेश्वर संत आचार्य शेखर महाराज ने दावा किया है कि यह भोजशाला का ही एक हिस्सा है. यहां अंदर शिव मंदिर है और इसकी दीवारों-स्तंभों पर सनातन संस्कृति की झलक नजर आती है. संत आचार्य शेखर ने कहा- मैं इस मस्जिद (मंदिर) को लेकर न्यायालय में याचिका दायर करूंगा.
आचार्य शेखर महाराज ने कहा- जहां मुस्लिम नमाज अदा करते हैं उस जगह राजा भोज द्वारा परमार काल में निर्मित सरस्वती कंठा भरण मौजूद है. इस जगह परमार कालीन सोमेश्वर महादेव मंदिर है. बाद में इल्तुमिश ने मंदिर को तोड़ा और दिलावर खान ने शिवलिंग को हटा दिया. दीवारों पर 88 स्तम्भों पर सनातन संस्कृति की झलक भी नजर आती है. आचार्य शेखर महाराज का कहना है कि डॉक्टर रहमान अली के पुस्तक है ‘बिना नींव की मस्जिद’, जिसमें स्पष्ट है कि मंदिर के आकृति समान यह मस्जिद है. आगे उन्होंने ये भी कहा कि सभी दस्तावेज तैयार कर लिए गए हैं, जिन्हें अब सिर्फ न्यायालय में पेश करना है.
आचार्य शेखर महाराज ने पुलिस और प्रशासन से निगरानी की मांग की है. उन्होंने कहा कि यहां कोई छेड़छाड़ करे उससे पहले इसे सुरक्षा के तहत लें और यहां CCTV लगाकर निगरानी की जाए. हाईकोर्ट के आदेश के बाद धार भोजशाला में ASI का सर्वे जारी है. शनिवार को दूसरे दिन टीम सर्वे करने पहुंची. वहीं, शुक्रवार को पहले दिन सर्वे के बाद भोजशाला को सभी आम नागरिकों और पर्यटकों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. हालांकि, वहां पहले की तरह मंगलवार को पूजा और शुक्रवार को नमाज अदा करने की अनुमति है.
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