नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (J&K) के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के कांग्रेस में इस्तीफा देने के लिए भगदड़ मच गई है। माना जा रहा है कि रविवार को नई पार्टी का ऐलान भी हो सकता है।
जम्मू-कश्मीर (J&K) में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लग चुका है। यहां से सैकड़ों कांग्रेसी नेताओं के इस्तीफे के बाद झड़ी सी लगी है, क्योंकि पार्टी के कुछ पुराने और कद्दावर नेताओं ने गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) से मुलाकात की और अपने इस्तीफा दे दिया। जम्मू कश्मीर में पूर्व डिप्टी सीएम तारा चंद, पूर्व मंत्री माजिद वानी, मनोहर लाल शर्मा समेत 51 बडे़ नेता जल्द इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। बताया जा रहा है कि ये सभी नेता रविवार को आजाद के नेतृत्व वाली नई पार्टी जॉइन करेंगे। इस तरह गुलाम नबी आजाद के समर्थन में अब तक पार्टी के 100 से ज्यादा नेता इस्तीफा दे चुके हैं। इन नेताओं में पूर्व डिप्टी सीएम ताराचंद भी शामिल हैं।
ये कांग्रेस नेता दे सकते हैं इस्तीफा
जो 51 नेता कांग्रेस से इस्तीफा देने जा रहे हैं, उनमें पूर्व डिप्टी सीएम तारा चंद, पूर्व मंत्री माजिद वानी, घारू चौधरी, मनोहर लाल शर्मा, पूर्व विधायक बलवान सिंह, जम्मू कश्मीर कांग्रेस के सचिव नरिंदर शर्मा और महासचिव गौरव मगोत्रा शामिल हैं। तारा चंद (पूर्व डिप्टी सीएम), माजिद वानी (पूर्व मंत्री), बलवान सिंह (जम्मू कश्मीर कांग्रेस महासचिव) , घारू चौधरी (पूर्व मंत्री), मनोहर लाल शर्मा (पूर्व मंत्री), गुलाम हैदर मालिक , विनोद शर्मा, विनोद मिश्रा, नरिंदर शर्मा, मसूद, परविंदर सिंह, अराधना अंदोत्रा, संतोष महनास, संतोष मनजोत्रा, वरुण मंगोत्रा, रेहाना अंजुम, रसपौल भारद्वाज, तीरथ सिंह, नीरज चौधरी, सरनाम सिंह, राजदेव सिंह, अशोक भगत, अश्विनी शर्मा, बद्री शर्मा, जगतार सिंह, दलजीत सिंह, मदन लाल शर्मा, काली दास, करनैल सिंह, करण सिंह, गोविंद राम शर्मा, राम लाल भगत, केवल कृष्ण, देवेंद्र सिंह बिंदू, कुलभूषण कुमार समेत 51 लोग इस्तीफा देंगे।
इन सीटों पर चुनाव लड़ सकती है गुलाम नबी की पार्टी
जम्मू-कश्मीर में अगले साल चुनाव होने के कयास लग रहे हैं और गुलाम नबी आजाद के समर्थकों का कहना है कि उनकी पार्टी सभी 90 सीटों पर उतरने वाली है। जम्मू के सैनिक फार्म्स में गुलाम नबी आजाद की रैली होने जा रही है और उससे पहले जिस तरह कांग्रेसियों के इस्तीफे हो रहे हैं, उससे पार्टी के लिए केंद्र शासित प्रदेश में अपना आधार बचाने की चुनौती है। बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी पर तीखे हमले बोलते हुए पार्टी से इस्तीफा दिया था। गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि राहुल गांधी के सियासत में आते ही कांग्रेस का पूरा सिस्टम ध्वस्त हो गया था।
विदित हो कि लंबे वक्त से नाराज चल रहे गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने पिछले हफ्ते कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, वे कांग्रेस के नाराज नेताओं के जी-23 गुट में भी शामिल थे। कांग्रेस में लगातार कई बदलाव की मांग करते रहने वाले जी-23 गुट के प्रमुख सदस्य रहे गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ऐलान किया कि वे बीजेपी में शामिल नहीं होंगे, उन्होंने कहा है कि वे जम्मू कश्मीर में नई पार्टी का गठन करेंगे और विधानसभा चुनाव में उतरेंगे।
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