डेस्क: भारत में फिलहाल शादी-ब्याह का सीजन चल रहा है. हर दिन कहीं न कहीं किसी की शादी हो रही है और लोग अपने हमसफर के साथ जीवन बिताने के सपने देख रहे हैं. अगर आपकी शादी नहीं हुई है, तो जाहिर है आप भी शादी के सपने देख रहे होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जहां के युवा शादी करना ही नहीं चाह रहे? जी हां, इस देश का नाम है दक्षिण कोरिया. यहां के युवाओं का रवैया शादी के प्रति बिल्कुल बदल गया है, जिसकी वजह से इस देश में शादी का स्तर न्यूनतम पर पहुंच गया है.
दावा किया जा रहा है कि साल 2050 में यहां अकेले रहने वालों की संख्या हर 5 में से घटकर 2 हो जाएगी. यह अनुमान राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर लगाया गया है. साल 2021 में अकेले रहने वाले लोगों की संख्या लगभग 7.2 मिलियन यानी परिवारों का एक तिहाई थी, जो किसी भी बहु-संख्या वाले परिवार समूह से अधिक है. सांख्यिकी कोरिया ने कहा कि अनुपात, जो साल 2000 में 15.5 फीसदी था, सदी के मध्य तक लगभग 40 फीसदी तक बढ़ जाएगा.
आखिर क्या है शादी न करने की वजह?
दरअसल, दक्षिण कोरिया के युवा खुद को डेटिंग, शादी और बच्चे पैदा करने से इसलिए दूर रखना चाह रहे हैं, क्योंकि धीमी अर्थव्यवस्था की वजह से उन्हें अच्छी नौकरी ही नहीं मिल पा रही है. पैसे की कमी और नौकरी की सुरक्षा, अविवाहितों द्वारा शादी न किए जाने का एक प्रमुख कारण है, जबकि अन्य 12 फीसदी शादीशुदा लोगों ने कहा कि वे अपने बच्चों को पालने में बोझ महसूस करते हैं. वहीं, लगभग 25 फीसदी ने कहा कि उन्हें सही साथी नहीं मिला है या उन्हें शादी करने की जरूरत महसूस नहीं होती है.
पहले भी जारी हुई थी रिपोर्ट
कहा जा रहा है कि एकल-व्यक्ति परिवारों की बढ़ती संख्या देश की जनसांख्यिकी पर और दबाव डालेगी. कुछ महीने पहले भी दक्षिण कोरिया द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसमें जानकारी दी गई थी कि देश के 18.8 फीसदी कपल्स की शादी 5 साल से भी कम टिकी, जबकि 17.6 फीसदी कपल्स की शादी 30 साल या उससे अधिक समय तक टिकी. वहीं, 17.1 फीसदी विवाहित लोग 5 से लेकर 9 साल तक ही एक साथ रहे.
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