मुंबई। स्वरों की मल्लिका और भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर ने रविवार (छह फरवरी) सुबह इस दुनिया को अलविदा कह दिया। लता मंगेशकर आठ जनवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित हो गईं, जिसके बाद से ही उनकी स्थिति ठीक नहीं थी। 92 साल की लता मंगेशकर को कोरोना के साथ निमोनिया भी हुआ, जिसके चलते वह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं। यहां उन्हें आईसीयू में रखा गया था। फैंस भी उनके लिए दुआ मांग रहे थे, लेकिन वह हर किसी को रोता-बिलखता छोड़कर चली गईं।
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को इंदौर में हुआ था। वह एक मध्यमवर्गीय मराठा परिवार से ताल्लुक रखती हैं और उन्हें बचपन में ‘हेमा’ नाम से पुकारा जाता था। लता मंगेशकर अपने पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं। लेकिन लता मंगेशकर ही हैं, जिन्होंने कभी शादी नहीं की। आज हम आपको इसकी वजह बताते हैं।
लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ मंगेशकर रंगमंच कलाकार और संगीतकार थे और अपने पिता को देखकर ही लता मंगेशकर भी संगीत से अपना नाता जोड़ पाई थीं। जब तक लता मंगेशकर के पिता थे, तब तक उनके परिवार में सब ठीक था लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। लता मंगेशकर जब 13 साल की थीं तब उनके पिता का साया उनके सिर से उठ गया। पिता के बाद वही थीं जो घर में सबसे बड़ी थीं और इसी वजह से सारी जिम्मेदारी लता मंगेशकर के छोटे कंथों पर आ गईं।
पिता के निधन के बाद लता मंगेशकर ने घर की जिम्मेदारी निभाने के लिए बाहर कदम रखा। इसी वजह से उन्हें अपनी पढ़ाई भी बीच में छोड़ने पड़ी। लता मंगेशकर घर की जिम्मेदारियां निभाने की वजह से ही शादी नहीं कर पाईं। इस बात का खुलासा खुद उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि उन्होंने सोचा कई बार था लेकिन अमल नहीं कर पाईं।
एक बार एक इंटरव्यू में लता मंगेशकर ने बताया था कि जब वह 13 साल की थीं तभी उनके पिता का निधन हो गया था। ऐसे में घर के सभी सदस्यों की जिम्मेदारियां उन पर गई थीं। वह अपने भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं। इसी वजह से वह कम उम्र में कमाने लगी थीं। कई बार शादी का ख्याल आता तो वे उस पर अमल नहीं कर सकती थीं। भाई-बहनों और घर की जिम्मेदारियों को देखते-देखते ही वक्त चला गया और वे ताउम्र शादी नहीं कर पाईं।
लता मंगेशकर भारत का शान हैं लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब उन्हें अपनी आवाज की वजह से ही रिजेक्शन झेलना पड़ा था। उन्हें पतली आवाज की वजह से फिल्मों से बाहर किया गया था। लेकिन कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने दुनिया में अपना नाम बनाया। लता मंगेशकर ने 30 हजार से भी ज्यादा गाने गाए हैं। वह भारत के तीनों सर्वोच्च नागरिक सम्मान (भारत रत्न, पद्म भूषण और पद्म विभूषण) सहित तीन राष्ट्रीय और चार फिल्मफेयर पुरस्कारों से नवाजी जा चुकी हैं।
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