उज्जैन। 8 साल से प्रधानमंत्री आवास योजना चल रही है। इसमें प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक सभी को छत देने का ऐलान किया था, फिलहाल उज्जैन में 13 हजार से अधिक आवास की स्वीकृति के बाद योजना के आवेदन लेना बंद कर दिए गए हैं। अब नई स्वीकृति अप्रैल के बाद ही शुरू होगी। प्रधानमंत्री आवास योजना जिसमें मकान बनाकर दिए जा रहे थे और जो व्यक्ति अपने प्लाट पर आवास को विकसित करना चाहता उसे तीन किश्तों में करीब 2 लाख 60 हजार रुपए की राशि दी जा रही थी। विगत 8 वर्षों से यह योजना चल रही है इसमें उज्जैन शहर में कई आवास आबाद हुए हैं। निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक 10009 आवास स्वीकृत किए जा चुके हैं और इनके बनने का काम भी चल रहा है। इनमें कुछ कुछ की किश्ते बाकी है तो कुछ काम बाकी है, वहीं इसके अलावा 3128 आवेदन नगर निगम को प्रधानमंत्री आवास निर्मित करने के लिए विभिन्न पात्र लोगों ने दिए हैं जिनकी स्वीकृति भारत सरकार से आना बाकी है। इसके बाद ही यह आवास बन पाएँगे। अब नए आवेदन लेने से नगर निगम ने मना कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि भले ही आवेदन लेकर रख लें लेकिन जब तक केंद्र सरकार से स्वीकृति ना मिले, तब तक इन आवास को बनाने की राशि नहीं मिलेगी। इस प्रकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 13 हजार 37 मकान बनाने की स्वीकृति सरकार से मिली है और यह मकान आने वाले दिनों में बन जाएँगे। इनमें से 10009 मकान बन चुके हैं और बाकी के आने वाले दिनों में बनेंगे। उल्लेखनीय है कि नगर निगम द्वारा प्रधानमंत्री आवास के तहत कानीपुरा, पंवासा, बेगमबाग बस्ती, हरसिद्धि, मंछामन एवं अन्य कई क्षेत्रों में मकान बनाए गए और कई क्षेत्रों में पात्र हितग्राहियों को मकान बनाने के लिए ढाई लाख रुपए से अधिक की राशि दी गई। अधिकारियों ने बताया कि अब अप्रैल माह के बाद सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना को आगे बढ़ाने का ऐलान करेगी तो आने वाले आवेदनों पर विचार किया जाएगा।
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