- मप्र की भील पट्टी वाले जिलों में उतरेगी भारत आदिवासी पार्टी
रामेश्वर धाकड़
भोपाल। मध्यप्रदेश में साल के आखिरी में होने वाले विधानसभा चुनाव में दो प्रमुख राजनीतिक दल कांगे्रस, भाजपा के अलावा भी छोटे दल भी उतरेंगे। राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने राज्य की सभी 230 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया है। जबकि चंद्रशेखर की आजाद भारत पार्टी भी चुनाव में उतरेगी। इसी क्रम में भारत आदिवासी पार्टी (बाप) की भी विधानसभा चुनाव में एंट्री हो सकती है। यह पार्टी मप्र के भील आदिवासी बाहुल्य जिलों की सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी के कर्ताधर्ता मूलत: राजस्थान के मानगढ़ से हैं। मानगढ़ भील आदिवासी समुदाय का बड़ा गढ़ है।
दरअसल, मप्र के भील आदिवासी पट्टी वाले जिले रतलाम, झाबुआ, नीमच और अलीराजपुर में भारत आदिवाासी पार्टी के गठन की प्रक्रिया करने वाले नेता सक्रिय हैं। इनमें से दो नेता राजुमार रौत और रामप्रसाद राजस्थान विधानसभा में विधायक हैं। जबकि भील समुदाय के नेता कांतिभाई रौत लोकसभा चुनाव में लड़े थे। ये अभी भारतीय ट्रायवल पार्टी के बैनरतले चुनाव लड़े थे। इनका संगठन लंबे समय से भील प्रांत की मांग करता आ रहा है। भील प्रांत अंग्रेजों के समय अस्तित्व में था। जिसे तोड़कर चार राज्य गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और मप्र में विभाजित कर दिया था। राजस्थान के भील समुदाय के नेता अब विधानसभा चुनाव में राजस्थान के साथ-साथ मप्र की रणनीति पर भी काम कर रहे हैं। कांतिभाई रौत ने बताया कि भारत आदिवासी पार्टी के पंजीयन की प्रक्रिया जल्द पूरी होने वाली है। हालांकि हम मप्र के विधानसभा चुनाव में सिर्फ भील पट्टी वाले क्षेत्र में ही प्रत्याशी उतारने पर विचार करेंगे। पंचायत चुनाव में भील आदिवादियों के 4 सदस्य जीतकर आए हैं। जिन्हें अच्छाखास वोट मिला था।
मप्र की भील पट्टी वाले जिले झाबुआ, अलीराजपुर, रतलाम, और नीमच में हमारा संगठन सक्रिय है। आगामी चुनाव में प्रत्याशी उतारने पर विचार किया जा सकता है।
कांतिभाई रौत, भील आदिवासी नेता, राजस्थान