लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद बीजेपी अब उप चुनाव में सभी 10 सीट पर चुनाव लड़ेगी। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी इस लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद अपने सहयोगी दलों को सीट नहीं देने की तैयारी में है। यही नहीं उपचुनाव में सीट जीतने के लिए बीजेपी में मुस्लिम उम्मीदवार भी उतारने पर भी मंथन चल रहा है। इसे लेकर यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि राजनीति संभावना का खेल है।
गौरतलब है कि यूपी में 10 सीट पर उपचुनाव होने हैं। जिन दस सीट पर उप चुनाव होना है उनमें 2022 में 5 समाजवादी पार्टी, 3 बीजेपी, एक आरएलडी और एक निषाद पार्टी ने जीती थी। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद यूपी बीजेपी में लगातार मंथन चल रहा है, हार के कारणों को पता करने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी ने हारी हुई सीट पर पदाधिकारियों और विधायकों की टीम भेजी।
रिपोर्ट के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में सहयोगी दल बीजेपी को ज़्यादा वोट नहीं दिला पाए। लगभग हर सीट पर बीजेपी का वोट प्रतिशत कम हो गया। बीजेपी ने आरएलडी से समझौता किया लेकिन जाट बाहुल्य कई सीट पर बीजेपी का वोट प्रतिशत कम हो गया। पश्चिमी यूपी की नगीना सीट पर बीजेपी को पिछली बार करीब 40 फीसदी वोट मिला था जो 2024 में घटकर 36 फीसदी रह गया, जबकि इस सीट पर 36 फीसदी जाट वोट है। बीजेपी ये सीट हार गई।
मुज़फ्फरनगर की मीरापुर सीट आरएलडी विधायक चंदन चौहान के सांसद बनने से खाली हुई है, मिर्जापुर के मंझवाँ से निषाद पार्टी विधायक विनोद कुमार बिंद सांसद बने है लेकिन इन सीट पर भी बीजेपी अपना उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी हर हाल में उप चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करना चाहती है। उपचुनाव वाली सीट पर बीजेपी ने सरकार के मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है। उप चुनाव में प्रत्याशी कैसा हो इसके लिए फीडबैक लिया जा रहा है। गौरतलब है कि जिन 10 सीट पर चुनाव होने है उनमें एक सीट है मुरादाबाद की कुंदरकी भी है। यहां 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के जियाउर रहमान जीते थे अब वो संभल से सांसद हो गए हैं।
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