डेस्क: बीस साल में पहली बार किसी रूसी अंतरिक्ष यात्री ने अमेरिका से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरी. बुधवार को उड़ाने भरने के बाद यह अंतरिक्ष यान गुरुवार को अपनी कक्षा में पहुंच गया है. जहां इसमें सवार क्रू मेंबर्स 5 महीने तक स्पेस सेंटर में ही रुकेंगे. अंतरिक्ष यान में नासा के जापानी साइंटिस्ट और एक अमेरिकी मूल की महिला साइंटिस्ट भी मौजूद है. स्पेसएक्स कैप्सूल अपने लॉन्च के दूसरे दिन ऑर्बिट में पहुंच गया है. यह अंतरिक्ष यान अटलांटिक से करीब 420 किलोमीटर ऊपर है. जो कि अफ्रीका के पश्चिमि तट से थोड़ी ही दूर स्थित है.
यूक्रेन संकट को लेकर दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद रूसी अंतरिक्ष यात्री नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) और जापान के अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना किया गया है. अमेरिका के फ्लोरिडा प्रांत में ‘इयान’ तूफान के कारण उनकी स्पेस-एक्स कंपनी के रॉकेट की उड़ान टाल दी गयी थी. जापान की अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री कोइची वकाता ने कहा, मुझे उम्मीद है कि इस प्रक्षेपण के जरिए हम फ्लोरिडा के आसमान को सभी के लिए थोड़ा सा रोशन करेंगे.
दूसरे मेंबर्स करेंगे वापसी
कोइची वकाता के साथ अमेरिका नौसेना की कर्नल निकोल मान, कैप्टन जोश कसाडा और रूस की एकमात्र महिला अंतरिक्ष यात्री अन्ना किकिना अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना हुए. इनका यह मिशन पांच महीने तक चलेगा. गौरतलब है कि अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रूबियो ने दो सप्ताह पहले कजाख्स्तान से सोयुज रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी, उसके बदले अन्ना किकिना ने अमेरिका से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी.
मान और उनके साथी तीन अमेरिकी और एक इटली के वैज्ञानिक की जगह लेंगे. जो कि स्पेस सेंटर से करीब 6 महीने पूरे करने के बाद लौट रहे हैं. यह वैज्ञानिक अगले हफ्ते तक अपने कैप्सूल से वापस लौटेंगे. तब तक करीब 11 लोग ऑर्बिट में स्थित लैब में शोध करते रहेंगे. एलन मस्क ने दो साल पहले एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजना शुरू किया था, इससे पहले नासा को करोड़ों रूपए खर्च करने पड़ते थे अंतरिक्ष में वैज्ञानिकों को भेजने के लिए.
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