जांच ज्यादा होने से संक्रमण का दायरा भी 6 प्रतिशत तक पहुंचा
इन्दौर। फरवरी में कोरोना (Corona) से मौत का आंकड़ा थम-सा गया था, लेकिन इस साल की शुरुआत से कल रात तक 57 कोरोना मरीजों (patient) की मौत हो चुकी है। वहीं पिछले तीन दिनों से हर दिन कोरोना से मौत हो रही है। उधर जांच के सैम्पल (sample) बढऩे से संक्रमण (infection) का दायरा 6 प्रतिशत पर पहुंच गया है, इस लिहाज से मरीजों की संख्या अधिक है।
जनवरी माह में कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा 44 तक पहुंच गया। साल की शुरुआत में 880 मरीजों की संख्या थी और जनवरी खत्म होते-होते इनकी संख्या 924 तक पहुंच गई। फरवरी में जरूर कोरोना से मौत का आंकड़ा थम-सा गया और मात्र 9 मरीजों की मौत 28 दिनों में हुई, जिससे लगने लगा था कि कोरोना अब जानलेवा नहीं रहा है, लेकिन अब एक बार फिर मार्च के 8 दिनों में 4 मौत कोरोना से हुई है। शुरुआती पांच दिनों में तो कोई मौत नहीं हुई, लेकिन 6 मार्च को 2, 7 मार्च को 1 और कल रात फिर 1 मौत कोरोना से हो गई। कल फिर लगातार डेढ़ सौ के ऊपर ही मरीज आए हैं। कल हुई 2 हजार 327 सैम्पलों की जांच में 157 मरीज पॉजिटिव आए हैं, जिनकी संक्रमण दर 6.12 प्रतिशत है। हालांकि आरटीपीसीआर टेस्ट (RTPCR test) ही ज्यादा हो रहे हैं । रैपिड (rapid) की संख्या न के बराबर है।
यूके स्ट्रेन का हल्ला बोगस… टला नाइट कर्फ्यू भी
इन्दौर में यूके स्ट्रेन (UK strain) के मरीज मिलने के बाद दहशत फैल गई थी। हालांकि यूके का यह स्ट्रेन उतना घातक नहीं है, जितना उसे लेकर डराया जा रहा था। दरअसल इस स्ट्रेन के चलते केवल कोरोना का संक्रमण तेजी से शरीर में फैलता है। इस कारण सावधानी आवश्यक हो जाती है। इस हल्ले के बोगस निकलने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा 8 मार्च से नाइट कर्फ्यू की आशंका फिलहाल टल गई है।
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