इंदौर (Indore)। वन विभाग इंदौर के ईको पार्क उमरीखेड़ा में ईको-टूरिज्म विभाग के फंड से पर्यटकों के लिए विकास कार्य किए जा रहे हैं। यहां ईको पार्क में पर्यटकों की सुविधा से लेकर उनके मनोरंजन सहित एडवेंचर, यानि रोमांचक खेलों से संबंधित विकास जारी है। खंडवा रोड पर भंवरकुआं चौराहे से लगभग 8 किलोमीटर दूर इंदौर वन विभाग के अधीन 189 हेक्टेयर के उमरीखेड़ा ईको पार्क में लगभग 8 लाख रुपए के विकास कार्य किए जा रहे हंै। वन विभाग अधिकारियों के अनुसार यह विकास कार्य ईको-टूरिज्म के फंड से हो रहे हैं। यहां पर्यटकों के रात में ठहरने के लिए टेंट कैम्प हाउस के लिए प्लेटफार्म भी बनाए जा रहे हैं।
आठ लाख रुपए में यह विकास कार्य
ईको पार्क में पर्यावरणप्रेमी पर्यटकों के लिए सुविधागृह, शुद्ध और ठंडे पानी के लिए आरओ वाटर एटीएम, फोटोग्राफी के लिए सेल्फी पॉइंट, 8 फीट ऊंचे मचान, एडवेंचर गेम, यानि रोमांचक खेलों के लिए कमांडो नेट, कैम्प टेंट्स हाउस संबंधित विकास कार्य किए जा रहे हैं। इसके अलावा जंगल में कैम्प टेंट हाउस बनाने के लिए 12 बाय 12 के प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, बच्चों के मनोरंजन के लिए किड्स आइटम, मतलब खेलकूद सम्बन्धित संसाधन खरीदकर जुटाए जा रहे हैं।
सितम्बर माह के बाद कम हुए पर्यटक
पर्यावरणप्रेमी पर्यटकों के लिए ईको टूरिज्म विभाग की पहल पर इंदौर- उमरीखेड़ा के जंगल में 1 जुलाई 2023 से ईको पार्क शुरू किया गया था। जुलाई से लेकर सितम्बर माह तक तो पर्यटकों की संख्या बढ़ती रही, मगर अक्टूबर से पर्यटकों की संख्या कम होने लगी है। पहले छुट्टी वाले दिन या रविवार को पिकनिक के लिए सैकड़ों पर्यटक आते थे। मगर अब सिर्फ आसपास के कॉलेज के बॉयज-गल्र्स स्टूडेंट्स ही आते हैं। मगर छुट्टी वाले दिन इक्का-दुक्का पर्यटक ही आते हैं। इस कारण ग्रामीण वन समिति के सदस्यों को जो छुट्टी वाले दिनों में अच्छा खासा रोजगार मिल जाता था, वह अब खत्म हो गया है। गौरतलब है कि इंदौर सम्भाग के जंगलो में यह ऐसा अकेला ईको पार्क है, जहां पर पर्यटकों के लिए एडवांस ऑर्डर पर भोजन की व्यवस्था की जाती है, मगर फिलहाल तो यह ईको पार्क डेढ़ माह से पर्यटकों की कमी से जूझ रहा है।
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