जनभागीदारी से तेजी से हो रहे विकास कार्य
इंदौर। इंदौर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद ले लिया गया है। इन केंद्रों पर जनभागीदारी से विकास कार्य भी किए जा रहे हैं। महिला बाल विकास विभाग अधिकारी रामनिवास बुधौलिया ने बताया कि इंदौर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र महू, सांवेर, देपालपुर एवं हातोद में कुल 1839 आंगनवाड़ी केंद्र हैं। इनमें से शहरी क्षेत्र में 760 आंगनवाड़ी केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। कलेक्टर मनीष सिंह की पहल पर पिछले दिनों इन आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद लेने की प्रक्रिया शुरू की गई, जिसमें विधायक, पार्षद और पूर्व पार्षद, एनजीओ और विभिन्न सामाजिक संगठनों सहित अन्य लोग बढ़-चढक़र आगे आए और शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों की सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद ले लिया। पिछले कई दिनों से इन आंगनवाड़ी केंद्रों पर विकास कार्य किए जा रहे हैं। किसी आंगनवाड़ी केंद्र की जर्जर छत को सुधारा जा रहा है तो कहीं रंगाई-पुताई की जा रही है। इसी प्रकार अन्य आंगनवाड़ी केंद्रों पर भी जो कमियां हैं, उन्हें दूर किया जा रहा है।
सवा दो लाख बच्चे,सेहत का रखा जा रहा विशेष ख्याल
शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर सवा लाख बच्चे हैं। महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा इन बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समय-समय पर प्रोटीनयुक्त नाश्ता और भोजन दिया जा रहा है। साथ ही समय-समय पर डॉक्टरों की टीम जाकर चैकिंग भी करती है। अगर कोई बच्चा बीमार होता है तो उसका तुरंत उपचार कर ठीक किया जाता है। इसका ही परिणाम है कि बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
कलेक्टर ने उठाया संवारने का बीड़ा
कलेक्टर मनीष सिंह ने शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों की आंगनवाडिय़ों को संवारने का बीड़ा उठाया है। इन आंगनवाड़ी केंद्रों में जितने बच्चे रह रहे हैं, उन्हें प्रोटीनयुक्त भोजन उपलब्ध करवाने के साथ ही स्वास्थ्य की भी देखभाल की जाएगी। साथ ही जर्जर भवन सुधारने सहित अन्य सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने शहर के समाजसेवी संगठनों सहित अन्य लोगों से भी अपील की है कि बढ़-चढक़र आगे आएं।
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