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    47 केंद्रों पर प्रशासन की कड़ी नजर, यहां मतदाताओं से मतदान कराना टेढ़ी खीर

  • November 04, 2023

    मतदान में फिसड्डी साबित हो रहे यह केंद्र, अब प्रशासन रख रहा सख्त नजर

    इंदौर। विधानसभा क्षेत्रों (assembly constituencies) में कई मतदान केंद्र ऐसे पाए गए हैं, जहां 20 फीसदी से कम मतदान सामने आया है। कई ग्रामीण क्षेत्रों सहित शहरी क्षेत्र भी इस सूची में शामिल हैं। कलेक्टर ने 9 विधानसभाओं में ऐसे मतदान केंद्र चिह्नित किए हैं, जहां कम मतदान हुआ है। हर विधानसभा में ऐसे 5-5 मतदान केंद्र चिह्नित किए गए हैं। अब इन केंद्रों पर प्रशासन की कड़ी नजर रहेगी। मतदाताओं को जागरूक किए जाने की गतिविधियां भी चलाई जा रही हैं।


    विधानसभा (VidhanSabha) ही नहीं लोकसभा (Lok Sabha) चुनाव में भी कई मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां मतदाता सूची में शामिल आधे मतदाता भी मतदान करने बूथों तक नहीं पहुंच पाए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों सहित शहरी क्षेत्र भी इस सूची में शामिल है, जहां प्रशासन की जागरूकता मुहिम के साथ-साथ प्रत्याशियों का एड़ी-चोटी का जोर भी काम नहीं आता है। अब प्रशासन नई रणनीति तैयार कर यहां के मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए काम कर रहा है। यह वह केंद्र हैं, जहां मतदाताओं को वोटिंग के लिए राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता भी पूरी ताकत के साथ जुटे रहते हैं, लेकिन इसके बाद भी वोटिंग कम हुई है। इन बूथों पर वोटिंग प्रतिशत बढ़ाए जाने के लिए ही प्रशासन लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है, ताकि साल 2023 में हो रहे विधानसभा चुनाव में इन बूथों पर वोटिंग प्रतिशत बढ़ सके। दरअसल, आयोग की कोशिश रहती है कि हर मतदाता अपने मत का उपयोग करे। अधिक से अधिक वोटिंग हो, इसके लिए स्वीप प्लान के तहत शहर से लेेकर ग्रामीण क्षेत्र में अलग-अलग प्रकार की गतिविधियां की जा रही हैं। कहीं जागरूकता रैली तो कहीं नुक्कड़ नाटक जैसे भी आयोजन हो रहे हैं। आयोग के निर्देश पर ही जिला निर्वाचन कार्यालय ने ऐसे मतदान केंद्र चिह्नित किए हैं, जहां 50 प्रतिशत से कम मतदान हुआ है। यह मतदान केवल विधानसभा चुनाव ही नहीं लोकसभा के आम चुनाव में भी कम हुआ है।

    सांवेर का औद्योगिक क्षेत्र सबसे पिछड़ा
    प्रशासन ने चुनाव आयोग के निर्देश पर औद्योगिक क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए छुट्टी घोषित करने के साथ-साथ वेतन भी दिलाए जाने की पहल की है। हाल ही में कलेक्टर ने औद्योगिक क्षेत्र के मालिकों से चर्चा की थी, जिसके बाद मतदान के दिन अवकाश घोषित किया गया है। सांवेर विधानसभा में एक बूथ ऐसा भी है, जहां विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी मतदान 20 प्रतिशत के आसपास रहा है। मोरोद हाट में पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में 21.06 और लोकसभा चुनाव 2019 में 22.62 प्रतिशत ही मतदान हुआ। वहीं लोकसभा चुनाव में सांवेर विधानसभा के तहत आने वाले इंदौर शहर के भानगढ़ के एक बूथ पर भी 39 प्रतिशत मतदान हुआ था।

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