- सुबह 5.30 बजे सर्वानंद नगर के पास बने हरगोविंद नगर में पहुंचा भारी भरकम अमला
- एक होस्टल 6 हजार स्क्वेयर फीट पर निर्माणाधीन था और एक अन्य को भी ढहाया
- तीसरा पूरा तरह बनकर तैयार था, उसके पहले ही उसे भी तोड़ा
- पांच पोकलेन और 150 निगमकर्मियों के साथ-साथ कई थानों का पुलिस बल लगाया
- कार्रवाई के दौरान रहवासियों का लगा हुजूम, पुलिस ने गलियां सील की
इन्दौर। आज तडक़े साढ़े 5 बजे नगर निगम, प्रशासन और पुलिस बल का अमला सर्वानंद नगर के समीप बने हरगोविंद नगर में अवैध होस्टलों को ढहाने की कार्रवाई करने पहुंचा। वहां तीन बड़े होस्टल थे, जिनमें से दो का निर्माण कार्य चल रहा था और तीसरा पूरी तरह बनकर तैयार था। पांच पोकलेन की मदद से निगम के अमले ने अवैध होस्टलों को ढहाने की कार्रवाई शुरू कर दी तो वहां लोगों का हुजूम जमा हो गया। इसके चलते कई गलियों को सील करना पड़ा। एक होस्टल 6 हजार स्क्वेयर फीट पर बनाया जा रहा था तो दूसरा तीन मंजिला तक तैयार हो रहा था। निगम ने इसके लिए कल से तैयारियां शुरू कर रखी थीं और रात में कई अधिकारी वहां मौका मुआयना भी करके आए थे।
एसडीएम धनगर, उपायुक्त लता अग्रवाल, नागेंद्रसिंह भदौरिया, रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे, विनीत तिवारी, सन्नी पांडे के साथ बड़ी संख्या में रिमूवल अमला क्षेत्र में कार्रवाई के लिए पहुंचा। कार्रवाई पूरी करने के लिए निगम ने कई पुलिस थानों का बल और महिला पुलिस के साथ-साथ निगम बाउंसरों को मौके पर बुलवाया था। सुबह 5.30 बजे रिमूवल अमला सर्वानंद नगर के समीप हरगोविंद नगर पहुंचा और पहले से ही चिन्हित किए गए अवैध होस्टलों को ढहाने की कार्रवाई शुरू की गई। सुबह-सुबह रिमूवल अमला क्षेत्र में जब पहुंचा तो लोग समझ नहीं पाए कि माजरा क्या है? निगम ने इसके लिए पांच पोकलेन मशीनें और कई जेसीबी के साथ-साथ 150 कर्मचारियों की टीमें वहां तैनात की थीं, ताकि कार्रवाई जल्द से जल्द पूरी हो सके। निगम अधिकारी भदौरिया के मुताबिक वहां अलग-अलग तीन प्लाटों पर होस्टल थे, जिनमें दो का निर्माण कार्य चल रहा था और तीसरा पूरी तरह बनकर तैयार था। इनमें दो होस्टल तीन मंजिला बने हुए थे, जिन्हें ढहाने के लिए बड़ी पोकलेन मशीनों की मदद लेनी पड़ी। कार्रवाई देखने के लिए क्षेत्र के लोगों का वहां हुजूम जमा हो गया था। बाद में महिला पुलिस और पुलिस बल ने लोगों को हटाया और पूरी गलियां सील क र कार्रवाई शुरू की।
सडक़ें खराब न हो, इसलिए डंपरों में पहुंचार्इं पोकलेन मशीनें
हरगोविंद नगर में कार्रवाई को लेकर नगर निगम ने बड़ी पोकलेन मशीनें बुलवाई थीं और यह पोकलेन इतनी वजनी होती हंै कि उन्हें सडक़ पर चलाए जाने से सडक़ें खराब हो जाती हैं, जिसके चलते कई बड़ी पोकलेन मशीनों को ट्राले और डंपरों में रखकर पीपल्याराव रिंगरोड के चौराहे पर पहुंचाया गया और वहां से पोकलेन मशीनें कार्रवाई स्थल तक भेजी गईं।
सर्वानंद नगर और भंवरकुआं क्षेत्र के 20 होस्टलों पर होनी है कार्रवाई
प्रशासन और निगम के अधिकारियों के मुताबिक भंवरकुआं, सर्वानंद नगर, हरगोविंद नगर और उसके आसपास के कई क्षेत्रों में जांच दल ने 20 से ज्यादा होस्टल चिन्हित किए हैं, जो अवैध रूप से किसी प्रकार की अनुमति लिए बगैर बनाए गए हैं और इनमें कई जगह होस्टल बन चुके हैं और वहां छात्र-छात्राएं रह रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में चिन्हित किए गए सभी होस्टलों पर इसी प्रकार कार्रवाई की जाएगी। वहां होस्टलों की प्रशासन और निगम ने पूरी वीडियोग्राफी करा ली है। इनमें कई होस्टल ग्रीन बेल्ट की जमीन पर बने हुए हैं तो कई बिना किसी अनुमति के तान दिए गए हैं।
तैयार हो चुके होस्टल में कई छात्रों से ले ली थी एडवांस रकम
नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक वहां तीन होस्टल राजेंद्र कौर अरोरा, हरप्रीत कौर अरोरा, जितेंद्र तलरेजा, गौरव रोचलानी के बने हुए थे। इनमें एक होस्टल पूरी तरह तैयार हो चुका था। रंगरोगन से लेकर पूरे कार्य करने के बाद कुछ अंतिम चरण के कार्य पूरे किए जा रहे थे और कई छात्र-छात्रों से होस्टल के रूम के लिए करार भी हो चुका था। इसी बीच निगम के अमले ने होस्टल को पूरी तरह ढहा दिया।