नई दिल्ली (New Dehli)। लोकसभा चुनाव से पहले शिवसेना (Shiv Sena)(उद्धव बालासाहब ठाकरे) और भारतीय जनता पार्टी के बीच जुबानी जंग जारी (War of words continues)है। एक ओर जहां केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह विपक्षी दलों को परिवारवाद(nepotism to opposition parties) के मुद्दे पर घेर रहे हैं। वहीं, शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे (Chief Uddhav Thackeray)ने खुले मंच से कह दिया कि वह बेटे आदित्य को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।
गुरुवार को धाराशिव में एक रैली के दौरान ठाकरे ने जमकर शाह पर सवाल उठाए। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, ‘हां, मैं आदित्य को मुख्यमंत्री बनाना चाहता हूं। ऐसा संभव होने के लिए आप सभी को पहले उसे पद के लिए चुनना होगा।’ खास बात है कि लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव भी इस साल होने हैं।
उन्होंने भाजपा और अन्य दलों को दिवंगत बाल ठाकरे की तस्वीरों का इस्तेमाल नहीं करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा, ‘आप क्यों मेरे पिता की तस्वीरें चुरा रहे हैं? अगर आपके पास हिम्मत है, तो प्रचार में अपने पिता का इस्तेमाल करें।’ शाह ने विपक्षी नेताओं पर जन कल्याण से पहले अपने परिवारों को प्राथमिकता देने के आरोप लगाए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, ठाकरे ने आरोप लगाए कि शाह कई बार महाराष्ट्र आते हैं, लेकिन मुश्किल इलाकों में जाने से बचते हैं। उन्होंने कहा, ‘क्यों वह मणिपुर नहीं गए, जब वो जल रहा था? वह अरुणाचल प्रदेश जाने से भी बचते हैं, जो चीन का सामना कर रहा है। वह विरोधियों को डराने के लिए सिर्फ महाराष्ट्र का दौरा करते हैं।’
लालू प्रसाद यादव ने उठाया परिवारवाद का मुद्दा
हाल ही में पटना में एक रैली के दौरान बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने परिवारवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि अगर मोदी का परिवार नहीं है, तो हम क्या कर सकते हैं। इसके बाद पीएम मोदी ने भी इस बयान का जिक्र किया और भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर नाम बदलकर ‘मोदी का परिवार’ लिख दिया था।
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