भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश में संचालित आंगडबाडि़यों (Anganwadis) को ठीक तरह से संचालित करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है चाहे सरकारी व्यवस्था (government system) से हो या फिर आम जनभागीदारी से। प्रदेश में आंगनवाड़ी केन्द्र (anganwadi center) को सुदृढ़ करने के लिए समुदाय की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से ‘एडाप्ट एन आंगनवाड़ी’ अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में अब तक हजारों की संख्या में पंजीयन कराया गया है। महिला बाल विकास विभाग द्वारा 63 हजार 344 सहयोगियों से संपर्क कर संबंधित आंगनवाड़ी केन्द्र में आवश्यक सहयोग के लिए सहमति प्राप्त कर ली गई है।
विदित हो कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गणतंत्र दिवस पर प्रदेश की जनता के नाम संदेश में भी प्रदेशवासियों से अपील की थी कि बच्चों के पोषण आहार के व्यवस्थित वितरण और कुपोषण को दूर करने के लिए आंगनवाड़ी केंद्र गोद लिए जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वस्थ्य रखने के लिए आंगनवाड़ी केद्रों में संचालित गतिविधियों में जन-भागीदारी जुड़ेगी तो परिणाम और बेहतर आएंगे। इसी को देखते हुए महिला बाल विकास विभाग द्वारा सहयोगियों से संपर्क कर संबंधित आंगनवाड़ी केन्द्र में आवश्यक सहयोग के लिए सहमति प्राप्त कर ली गई है और इसे आगे बढ़ाने के लिए चर्चा की जा रही है।
आपको बता दें कि, जबलपुर संभाग में अब तक 14 हजार 313 सहयोगियों ने पंजीयन कराया है. इसमें 13 हजार 13 को सहमति मिली है। सागर संभाग में 7 हजार 563 के पंजीयन के विरूद्ध 6 हजार 75 सहयोगियों को विभाग द्वारा सहमति दी गई है। होशांगाबाद संभाग में 4 हजार 485 ने पंजीयन कराया और 3 हजार 998 सहयोगियों से सहमति मिली है. उज्जैन (Ujjain) संभाग में आंगनवाड़ी को गोद लेने के लिए अब तक 8 हजार 966 सहयोगियों ने अपना पंजीयन कराया है।
दूसरी तरफ अभियान में इंदौर संभाग में 10 हजार 895 सहयोगियों ने आंगनवाड़ी केन्द्र की जिम्मेदारी के लिए पंजीयन कराया है. इसमें 9 हजार 837 सहयोगियों को विभाग द्वारा सहमति प्रदान की गई है. रीवा संभाग में 8 हजार 932 सहयोगियों ने पंजीयन कराया, जिसमें 6 हजार 442 की सहमति प्रदान की।
जबकि राजधानी भोपाल संभाग में लगभग 7 हजार 746 सहयोगियों ने केन्द्र की जिम्मेदारी लेने के लिए पंजीयन करवाया है। विभाग द्वारा 6 हजार 248 को सहमति प्रदान की गई है. चम्बल संभाग में 3 हजार 877 पंजीयन के विरूद्ध 2 हजार 965 को सहमति दी गयी। ग्वालियर संभाग में 4 हजार 867 पंजीयन हुए. इसमें तीन हजार 865 सहयोगियों को सहमति मिली है। शहडोल संभाग में 2 हजार 266 सहयोगियों ने आंगनवाड़ी गोद लेने के लिए पंजीयन करवाया है।
वहीं प्रदेश में 97135 आंगनवाड़ी एवं मिनी आंगनवाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। इन केन्द्रों के माध्यम से 6 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों, गर्भवती एवं धात्री माताओं को स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाऐं तथा 3 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को शाला पूर्व शिक्षा प्रदान की जाती है। सरकार का मानना है कि आंगनवाड़ी केन्द्रों में उपलब्ध सुविधाओं के अतिरिक्त अन्य सुविधाओं की पूर्ति हेतु सामाजिक सहभागिता एवं जागरुकता आवश्यक है।
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