नई दिल्ली (New Dehli) । नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कॉमर्शियल परिचालन (commercial operations)अगले साल तक शुरू हो जाएगा। यह जानकारी नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया(Minister Jyotiraditya Scindia) ने दी है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2025 तक यह एयरपोर्ट (airport)शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस एयरपोर्ट विकास परियोजना का 55 से 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। यह परियोजना 18,000 करोड़ रुपये के निवेश से विकसित की जा रही है।
अडानी समूह का एयरपोर्ट
बता दें कि गौतम अडानी समूह द्वारा इस एयरपोर्ट विकसित किया जा रहा है। नवी मुंबई एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को पांच चरणों में बांटा गया है। इसकी कुल वार्षिक क्षमता नौ करोड़ यात्रियों की होगी। इससे पहले सिंधिया ने एक बैठक में परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पहले चरण में सालाना क्षमता दो करोड़ यात्रियों की होगी। सिंधिया ने कहा कि परियोजना के पांचों चरण पूरे हो जाने पर इस हवाई अड्डे पर चार टर्मिनल और दो हवाई पट्टियां होंगी। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे को सड़क, रेल, मेट्रो और जल मार्ग से भी जोड़ा जाएगा।
अडानी समूह का एयरपोर्ट कारोबार
बता दें कि समूह की मुख्य कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की 100 प्रतिशत अनुषंगी अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (एएएचएल) देशभर में सात एयरपोर्ट का प्रबंधन कर रही है। ये एयरपोर्ट मंगलुरु, लखनऊ, अहमदाबाद, गुवाहाटी, जयपुर, तिरुवनंतपुरम और मुंबई में स्थित हैं। इसकी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में भी 73 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस तरह उसे नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में 74 प्रतिशत हिस्सेदारी मिली है। अपने प्रबंधन और विकास पोर्टफोलियो में आठ एयरपोर्ट के साथ, एएएचएल भारत की सबसे बड़ी एयरपोर्ट परिचालन कंपनी है। इसकी भारत के हवाई यात्री यातायात में 25 प्रतिशत और हवाई मालवहन में 33 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
क्या है फ्यूचर प्लान: इससे पहले अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के उपाध्यक्ष जीत अडानी ने कहा था कि कुछ मुकाम हासिल करने के बाद समूह अपने एयरपोर्ट कारोबार को निकट भविष्य में शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कर सकता है।
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