नई दिल्ली। अडानी समूह की कंपनी अडानी ग्रीन को अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल ने अंडर-क्राइटेरिया ऑब्जर्वेशन से हटा दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हिंडनबर्ग रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद से बड़े पैमाने पर नुकसान का सामना कर रहे व्यापारिक समूह अडानी ग्रीन एनर्जी पर रेटिंग एजेंसी ने अपनी रेटिंग को ‘स्थिर दृष्टिकोण’ के साथ बीबी+ करने की पुष्टि की है।
कंपनी के प्रतिबंधित समूह-2 में वर्धा सोलर, अडानी रेनवेबल एनर्जी और कोडंगल सोलर पार्क शामिल हैं। यह समूह अडानी समूह की कंपनी के 362.5 करोड़ डॉलर के ग्रीन बॉन्ड के सह-निर्गमकर्ता और सह-गारंटर भी हैं। इन बॉन्डों की परिपक्वता अवधि 20 वर्ष है और भारित औसत जीवन काल 13.47 वर्ष है।
इससे एक दिन पहले फिच रेटिंग्स ने अडानी ट्रांसमिशन की रेटिंग को ‘स्थिर दृष्टिकोण’ के साथ ‘बीबीबी’ करने की पुष्टि की थी। बता दें कि बीते बुधवार को अडानी पावर ने छत्तीसगढ़ में एक कोयला संयंत्र परियोजना के अधिग्रहण की अपनी योजना को रद्द करने की घोषणा की है।
अडानी पावर ने बुधवार को शेयर बाजार को सूचना देते हुए कहा, ”हम सूचित करना चाहते हैं कि 18 अगस्त, 2022 के समझौता ज्ञापन पर लगी लंबी रोक की तारीख समाप्त हो गई है।”
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