- टीएल की बैठक में कलेक्टर ने संंबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा, किसी को बख्शा न जाए
उज्जैन। आने वाले दिनों में अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ भूमाफियाओं और गरीबों के अनाज की कालाबाजारी करने वालों पर आफत आने वाली है। ऐसे लोगों को कलेक्टर ने जरा भी बख्शने को नहीं कहा है। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को साफ कहा है कि इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने समाजसेवियों से आंगनवाडिय़ों को गोद लेने की अपील भी की है। सोमवार को बृहस्पति भवन में कलेक्टर आशीष सिंह ने समयावधि-पत्रों की विभागवार समीक्षा कर सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को समय पर शिकायतों का निराकरण करने के लिए कहा। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को वीसी के माध्यम से साफ निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्रों के आपराधिक गतिविधियों में लिप्त एवं भूमाफियाओं के विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में अनियमितता न हो और हितग्राहियों को समय पर उनके हक का राशन मिले, इसकी कालाबाजारी करने वालों को बिल्कुल नहीं बख्शा जाए।
ऐसे लोगों के बचाव में अगर किसी प्रभावशाली व्यक्ति का दबाव भी आए तो बेझिझक कार्रवाई जारी रखी जाए। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे समाजसेवियों और प्रबुद्धजनों को प्रेरित कर अधिक से अधिक आंगनवाडिय़ों को गोद लेेने की व्यवस्था करवाए। सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों को अनिवार्य रूप से निपटाया जाए तथा उन्हें किसी भी हालत में चौथे लेवल तक लंबित नहीं रखा जाए। सीएमएचओ को कलेक्टर ने कहा कि उनके विभाग से सम्बन्धित कई शिकायतें उन्हें मिल रही हैं जिनका जल्द निराकरण करें। कलेक्टर ने समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि 110 के केस थाने से मंगवा कर बाण्ड ओवर करने की कार्रवाई की जाए। ब्लॉकों में हर हालत में भूमाफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही की जाये। शासकीय भूमि को हड़पने वाले, शासकीय जमीन पर गुमटी आदि दुकान लगाकर सम्बन्धित से पैसा वसूलने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाये। कलेक्टर ने अवैध रेत परिवहन, खाद्यान्न की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने तथा इसमें किसी भी प्रभावी व्यक्ति के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करने की हिदायत भी दी। शराब माफियाओं व मिलावटियों के विरुद्ध सख्ती बरतने के निर्देश भी दिए। शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को लेकर कलेक्टर ने यह भी कहा कि अधिकारी दुकानों का निरीक्षण करें और गली-मोहल्ले में रहने वाले हितग्राहियों से फीडबेक भी लें।