भोपाल। राजधानी के रातीबड़ स्थित डीपीएस स्कूल (DPS School) की आठ साल की मासूम की मौत की जांच कर रही SIT के पुलिस अफसरों (Police Officers) पर भी गाज गिरेगी। मप्र हाईकोर्ट (MP High Court) ने बच्ची की मौत का मामला CBI को सौंप दिया है। साथ ही SIT के अफसरों को हटाने एवं मौत पर पर्दा डालने वालों पर कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने थाना स्तर से लेकर SIT ने जांच में घोर लापरवाही बरती है। पोस्ट मार्टन की सीडी देने में भ्ीा पुलिस (Police) ने आनाकानी की है और जरूरी जांच के बिंदुओं को जानबूझकर छिपाया है। इस मामले में हाईकोर्ट (High Court) में अगली सुनवाई 19 जुलाई को होना है। इससे पहले SIT के अफसरों केा बदलकर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। साथ ही अगली सुनवाई से पहले केस CBI को सौंपना है।
इस तरह हुआ बच्ची के साथ शोषण का खुलासा
बच्ची के परिजनेां की शिकायत पर नेशनल चाइल्ड प्रोटेक्शन कमीशन में पूरे मामले की सुनवाई की गई। मौत से पहले स्कूल में बच्ची ने कुछ पेन्टिंग बनाई थीं। जिसे मां-पिता ने कमीशन को सौंपा, पेन्टिंग की एक्पर्ट जांच एम्स दिल्ली के विशेषज्ञों ने की। विशेषज्ञों ने रिपोर्ट में लिखा कि मौत के पूर्व बच्ची को सैक्सुअल एब्यूज किया गया था। जबकि पुलिस ने मामले को दबाने के लिए पीएम रिपोर्ट को छिपाया, स्कूल के फुटेज नहीं लिए। बिसरा जांच में जहर की पुष्टि हुई, लेकिन पुलिस ने उसे जैविक जहर बताकर मामले को दबाने की पूरी कोशिश की। एसआईटी ने भी मामले में हर स्तर पर लेतलाली बरती। परिजनों का शुरू से आरोप है कि स्कूल प्रबंधन के दबाव में अब तक उचित कार्रवाई नहीं की गई। स्कूल में गलत काम के बाद बच्ची को जहर दिया गया था। हाईकोर्ट ने मामले को सीबीआई को सौंप दिया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved