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- प्रशासनिक अमला जुटा अवैध निर्माण और अतिक्रमणों की फायनल सूची बनाने में-550 से अधिक चिन्हित हैं साल 2018 से
उज्जैन। लंबी रोक के बाद अब जिला प्रशासन फिर से सिंहस्थ क्षेत्र को खाली कराने में जुट गया है और सिंहस्थ भूमि पर बने पक्के निर्माण तोड़े जाएँगे। सिंहस्थ 2016 से 2018 के बीच मेला क्षेत्र में हुए नए अवैध निर्माण और अतिक्रमण की सूची 4 साल पहले तैयार हो गई थी। इसमें से लगभग 300 अवैध निर्माणों को हटाने की तैयारी जिला प्रशासन कर रहा है। इसकी सूची बनाई जा रही है और संभवत: अगले मंगलवार से कार्रवाई शुरु हो सकती है। उल्लेखनीय है कि सिंहस्थ 2016 के आयोजन के दौरान जिला प्रशासन ने मेला आयोजन के लिए 3 हजार हेक्टेयर से अधिक जमीन अधिग्रहित की थी। इसके बावजूद पार्किंग के लिए लगभग 4 हेक्टेयर जमीन कम पड़ गई थी। इस हेतु शासन को फिर से अधिसूचना जारी करना पड़ी थी और जमीन अधिग्रहण किया गया था। इसे देखते हुए सिंहस्थ मेला निपटने के बाद जिला प्रशासन ने नए सिरे से सिंहस्थ मेला क्षेत्र में हुए अवैध निर्माण और अतिक्रमणों को चिन्हित करना शुरु कर दिया था।
इसका दायरा साल 2016 से 2018 के बीच सिंहस्थ क्षेत्र में हुए नए निर्माण को आधार मानकर बनाया गया था। तब राजस्व अमले ने पूरे सिंहस्थ मेला क्षेत्र का जायजा लेकर 550 से ज्यादा ऐसे अवैध निर्माण और अतिक्रमण चिन्हित किए थे जो सिंहस्थ निपटने के 2 साल के अंतराल में हो गए थे। इसकी जानकारी राजस्व विभाग ने रजिस्ट्रार विभाग से भी निकलवाई थी। हालांकि साल 2018 में चिन्हित ऐसे कुछ अवैध निर्माणों पर मेला क्षेत्र में कार्रवाई भी हुई थी लेकिन तत्कालीन कलेक्टर का तबादला होने के बाद से यह अभियान रूक गया था। इसके बाद विधानसभा चुनाव की आचार संहिता और कोरोना महामारी के चलते मामला पेंडिंग रह गया था। इधर पिछले दो माह से एक बार फिर जिला प्रशासन ने इस फाइल को खोला था। विभागीय सूत्रों का कहना है कि सिंहस्थ मेला क्षेत्र के 300 से अधिक अवैध निर्माण और अतिक्रमणों को पहले चरण की कार्रवाई के लिए चिन्हित किया जा चुका है। इसकी सूची भी बनाई जा रही है। संभवत: अगले सप्ताह मंगलवार से सिंहस्थ मेला क्षेत्र में यह कार्रवाई भी शुरु हो सकती है। कार्रवाई की जद में कई मकान, मैरिज गार्डन आदि भी आ रहे हैं।