इन्दौर। जिला प्रशासन और परिवहन विभाग (District Administration and Transport Department) द्वारा हाल ही में सभी स्कूल संचालकों को स्कूली वाहनों में नियमों का पालन करने के संबंध में बैठक लेते हुए सख्त निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी स्कूल संचालक इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कल ही परिवहन विभाग के उडऩदस्ते ने एक स्कूल बस की जांच में पाया कि उसका इमरजेंसी गेट नहीं खुल रहा था। इस पर बस पर जुर्माने की कार्रवाई की गई। वहीं एक अन्य यात्री बस (Bus) भी खटारा हालत में चलने पाए जाने पर उसका फिटनेस निरस्त किया गया।
आरटीओ प्रदीप शर्मा (RTO Pradeep Sharma) ने बताया कि टीम द्वारा पीथमपुर में वाहनों की जांच की जा रही थी। तभी यहां से गुजर रही यात्री बस एमपी-10-पी-0688 जो लेबड़ से पीथमपुर के बीच चल रही थी को जांच के रोका गया। जांच में सामने आया कि बस का इमरजेंसी गेट सीट लगातार पूरी तरह से बंद कर रखा था, दूसरा गेट भी खराब था। फर्श भी टूटा हुआ और उखड़ा था, साथ ही सीटों की हालत भी खराब थी। इस पर बस का मौके पर ही फिटनेस निरस्त किया गया। वहीं जांच के दौरान एक स्कूल की बस में भी इमरजेंसी गेट ना खुलने पर जुर्माना किया गया। जांच के दौरान कई अन्य स्कूली वाहनों में बच्चों से ड्राइवर-कंडक्टर के व्यवहार और बस को तेज गति से चलाने सहित अन्य बातों की जानकारी ली गई।
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