- कांग्रेस सांसद विवेक तना ने उठाए विभागीय जांच पर सवाल
भोपाल। प्रदेश में 3 साल पहले राजधानी भोपाल में पड़े आयकर छापों के बाद केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) रिपोर्ट के आधार पर मप्र सरकार ने तीन आईपीएस अफसरों के खिलाफ शुरू की गई विभागीय जांच पर राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा कि यह भाजपा का चुनाव से पहले कांग्रेस पर पहला हमला लगता है। तन्खा ने लिखा कि भोपाल में ईडी का कार्यालय खुलना और आयकर विभाग में फेरबदल होना, 2023 के चुनाव की रणनीति का हिस्सा है।
राज्य शासन ने सीबीडीटी रिपोर्ट के आधार पर तीन आईपीएस अफसरों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की है। इनमें से दो अधिकारी व्ही मधुकुमार और संजय व्ही माने सेवानिवृत्त हो चु़के हैं। जबकि एक अन्य अधिकारी सुशोभन बनर्जी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जेएनपीए सागर में पदस्थ हैं। इनके खिलाफ सेवानिवृत्त न्यायाधिपति विरेन्द्र सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
सीबीडीटी रिपोर्ट के आधार पर भारत निवार्चन आयोग ने भी संज्ञान लिया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय से सीबीडीटी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई के लिए कहा था। इसके बाद मप्र सरकार ने ईओडब्ल्यू को यह जांच सौंपी थी। राज्य सरकार ने कार्रवाई के संबंध में चुनाव आयोग को अवगत कराया था। आयोग ने सीबीडीटी रिपोर्ट के आधार पर तीन आईपीएस अधिकारी समेत अन्य पर कार्रवाई को कहा था।